सीतामढ़ी। मानव तस्करी और नाबालिगों के यौन शोषण के खिलाफ सीतामढ़ी जिला प्रशासन ने बड़ी और निर्णायक कार्रवाई की है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR), नई दिल्ली के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान में रेड लाइट एरिया से चार नाबालिग बच्चियों को मुक्त कराया गया है। इस दौरान दो महिला दलालों को मौके से गिरफ्तार किया गया जबकि कई अन्य आरोपी फरार हो गए।

एनसीपीसीआर के निर्देश पर चला विशेष अभियान

पुलिस अधीक्षक अमित रंजन के आदेश पर नगर थाना क्षेत्र के वोहा टोला रेड लाइट एरिया में यह कार्रवाई की गई। दिल्ली से आई रेस्क्यू फाउंडेशन की टीम और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। अचानक हुई कार्रवाई से इलाके में अफरा-तफरी मच गई और कई दलाल भागने में सफल रहे।

दो घंटे चली सघन तलाशी

करीब दो घंटे तक चले इस विशेष तलाशी अभियान में पुलिस ने रेड लाइट एरिया के कई कमरों की गहन जांच की। इस दौरान आपत्तिजनक सामग्री के साथ कंडोम के कई पैकेट बरामद किए गए जो संगठित अवैध गतिविधियों की ओर इशारा करते हैं।

सूचना के आधार पर बनी रणनीति

रेस्क्यू फाउंडेशन के जांच पदाधिकारी अक्षय पांडेय ने बताया कि नाबालिग बच्चियों से जबरन देह व्यापार कराए जाने की पुख्ता सूचना मिली थी। इस जानकारी को पुलिस अधीक्षक के साथ साझा किया गया जिसके बाद त्वरित कार्रवाई की रणनीति बनाई गई।

मुक्त बच्चियों को सुरक्षित आश्रय

कार्रवाई में महिला थाना की थानाध्यक्ष श्वेता स्वराज, एएचटीयू प्रभारी निरीक्षक कृष्ण नंद झा, नगर थाना के एसआई सी.बी. शुक्ला और सदर की सीडीपीओ कामिनी कुमारी सहित पुलिस और महिला-बाल विकास विभाग के अधिकारी शामिल थे। सभी मुक्त कराई गई बच्चियों को सुरक्षित आश्रय स्थल भेजा गया है जहां उनकी काउंसलिंग और मेडिकल जांच शुरू कर दी गई है।

पूछताछ जारी, फरार आरोपियों की तलाश

गिरफ्तार महिला दलालों से महिला थाना में पूछताछ की जा रही है। पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नाबालिगों के शोषण से जुड़े किसी भी नेटवर्क को बख्शा नहीं जाएगा और आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।