दिल्ली। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई बुरी तरह से कोरोना की चपेट में है। आने वाले दिनों में यहां हालात विस्फोटक हो सकते हैं। ये अनुमान केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई एक्सपर्ट की टीम ने लगाया है। इसके बाद से राज्य सरकार के अधिकारियों में अफरातफरी मच गई है।
महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में कोरोना भयावह रूप से फैला है। जिसको लेकर शहर में कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार ने एक टीम भेजी है। मुंबई आई केंद्रीय टीम का अनुमान है कि आगामी 30 अप्रैल तक महानगर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 हजार तक पहुंच सकती है जबकि 15 मई 2020 तक यह संख्या 6 लाख 56 हजार हो सकती है। जबकि, राज्य के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हमारे अनुमान के तहत यह आंकड़ा एक लाख तक जा सकता है।
केंद्रीय टीम का यह अनुमान विशेषोज्ञों के बीच बहस का मुद्दा बन गया है। यह भी कहा जा रहा है कि इतने अधिक कोरोना पॉजिटिव होने की अनुमान जताकर केंद्रीय टीम ने कोरोना वायरस से निपटने की राज्य सरकार के प्रयासों की अनदेखी कर दी है। बहरहाल, कोरोना संकट को देखते हुए केंद्र सरकार के अतिरिक्त सचिव मनोज जोशी की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यों की टीम दो दिनों से मुंबई में है। बुधावर को इस टीम ने धारावी इलाके का दौरा भी किया। इस दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी मौजूद थे। इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय टीम ने वरली कोलीवाडा सहित अन्य कोरोना वायरस प्रभावित इलाकों को दौरा किया था।