दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केरल के मशहूर सबरीमाला मंदिर में घमासान छिड़ गया है. मंदिर किसी सैनिक छावनी में तब्दील हो गया है. महिलाओं के मंदिर में प्रवेश का समर्थन औऱ विरोध करने वालों में जंग छिड़ गई है. हालात सरकार के हाथ से निकलते दिख रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विरोध करने वालों का पलड़ा भारी रहा. आदेश के बावजूद भी महिलाएं बुधवार को लाख कोशिशों के बावजूद मंदिर के आसपास भी नहीं पहुंच सकीं. उधर सबरीमाला मंदिर संरक्षण समिति ने आज केरल बंद का आह्वान किया है. हिंदूवादी संगठनों ने इस बंद को पूरा समर्थन दिया है. लोगों के भारी विरोध को देखते हुए कांग्रेस भी बंद में शामिल न होकर भी अपने स्तर से कोर्ट के फैसले का विरोध करेगी.
उधर, लोगों के भारी विरोध को देखते हुए सबरीमाला मंदिर के आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है. जिसके चलते एकसाथ चार लोगों से ज्यादा एक जगह पर इकट्ठा नहीं हो सकते. राज्य की वामपंथी सरकार के लिए हालात काफी मुश्किल भरे हो गए हैं.
अगर वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन कराती है तो राज्य में हिंसा फैलने की संभावना है. अगर वह बल प्रयोग नहीं करती है तो मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के हालात नहीं बन रहे हैं. अब देखना है कि केंद्र औऱ राज्य सरकार इस हालात का कैसे मुकाबला करते हैं.