सीवान। जिले के पचरुखी थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बरियापुर गांव में महज 18 साल की युवती का अर्धनग्न शव अरहर के खेत से बरामद होने के बाद इलाके में मातम और दहशत दोनों फैल गए। जिस मासूम को उसकी दादी ने शाम के समय घर से शौच के लिए भेजा था, अगले दिन वही पोती खामोश लाश बनकर मिली।

सुबह खेत गई महिलाओं की नजर पड़ी शव पर

गांव की महिलाएं रोज की तरह सुबह शौच के लिए खेत की ओर गई थीं। तभी अरहर के झुरमुट में पड़े युवती के शव पर उनकी नजर गई। चीख पुकार मचते ही गांव वाले जुट गए और कुछ ही देर में पूरा इलाका पुलिस और भीड़ से घिर गया।

कपड़े और चप्पल दूसरे गांव से मिले

सूचना मिलते ही पचरुखी पुलिस पहुँची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएफएसएल टीम को भी बुलाया गया, जिसने वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य इकट्ठा किए। जांच में सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि युवती के कपड़े और चप्पल गोपालपुर गांव के खेत से मिले। इससे शक गहरा गया है कि वारदात कहीं और हुई और शव को बरियापुर के खेत में फेंका गया।

परिजनों का आरोप-दो युवकों पर गुमशुदगी और हत्या का शक

मृतका की दादी का कहना है कि 25 नवंबर की शाम करीब 4 बजे लड़की घर से निकली थी और देर रात तक नहीं लौटी। थाने में उसी रात गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई थी। परिजनों ने स्थानीय युवकों—अक्षय लाल मांझी के पुत्र टकला और उत्तम सिंह—पर युवती को गायब करने और हत्या करने का आरोप लगाया है।

पुलिस सभी एंगल से कर रही जांच

पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एएफएसएल जांच और मिले साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी। घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है और परिजन अब न्याय की उम्मीद में हैं।