Rupesh Gupta Lalluram.com
रिपोर्ट – रुपेश गुप्ता

बिहार के सिवान जिले के भगवानपुर थाना इलाके का एक गाँव अरुआ में एक महिला आरती 20 सालों से एक कमरे में कैद है. उसे कैद में किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही घरवालों ने कर रखा है.

भूत प्रेत का शक

 आरती कुमारी नाम की इस महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं है लेकिन घरवालों को लगता है कि उसके ऊपर किसी भूत-प्रेत का साया है जिसके चलते उसकी मानसिक दशा बिगड़ गई है. हांलाकि हैरानी की बात है कि घर में सब पढ़े-लिखे हैं. लेकिन बजाय आरती का इलाज कराने के उन्होंने उसे घर के एक कमरे में कैद कर दिया.

बंद कमरे में खाना वहीं शौच

आरती पहले ठीक थी. 1995-96 में उसने 10वीं की परीक्षा दी. उसके बाद अचानक उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई. आज आरती 35 साल की हो चुकी है. वो 15 साल की उम्र घर के एक कमरे में कैद है. बाहर से घरवाले उसमें ताला लगाकर रखते हैं. वो सर्दी- गर्मी, रात-दिन अकेली कमरे में पड़ी रहती है.  वहीं खाना खाती है और वहीं शौच करती है. घऱवालों ने अलग से उसके शौच का भी इंतज़ाम नहीं किया है. महीने दो महीने में घरवाले उस महिला का कमरा साफ करा देते हैं. 

20 साल से एक कमरे में कैद

 हैरानी की बात है कि सिर्फ दिमागी हालत कमज़ोर होने की वजह से 20 साल से यह लड़की अपने घर में मां-बाप द्वारा कैद कर ली गई है. अब आरती के घरवाले अब उसकी मौत का इंतज़ार कर रहे हैं. उससे पहले उसकी आज़ादी की गुंजाइश नहीं दिख रही. छत्तीसगढ़ के एक समाजसेवी ने इस विषय में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से आरती को कमरे से रिहा करवाने की गुजारिश की लेकिन कहीं उसकी सुनवाई नहीं हुई. इस समाजसेवी को आरती के विषय में जानकारी गांव के ही अपने एक रिश्तेदार से हुई.