श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा क्षेत्र (Amarnath cave area) में बादल फटने से 12 लोगों की मौत (12 people died due to cloudburs) हो गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई तीर्थयात्री फंसे हुए हैं. करीब 40 तीर्थयात्री लापता हैं. प्रशासन के साथ-साथ NDRF और SDRF की टीमें राहत कार्य में लगी हुई हैं.
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दरअसल, जम्मू-कश्मीर में शाम करीब साढ़े पांच बजे अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटा. इसमें 12 लोगों की मौत की खबर है. इसके अलावा कई लोग लापता भी हो चुके हैं. हालांकि लापता लोगों की संख्या का खुलासा नहीं किया गया है.
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बादल फटने के बाद सैलाब में करीब 25 टेंट बह गए हैं, जिसके बाद श्रद्धालुओं में हाहाकार मच गया. इसकी चपेट में कई लोग आ चुके हैं. राहत और बचाव कार्य में लगी टीमें यह देखने के लिए मौजूद हैं कि कहीं कुछ लोग बह तो नहीं गए हैं.
जानकारी के मुताबिक बालटाल के रास्ते में आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों को भी यहां तैनात किया गया है. वहां मौजूद सभी लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं. आने वाले समय में श्राइन बोर्ड की ओर से एक हेल्प लाइन भी जारी की जाएगी, जिनके परिजन वहां गए हैं, वे उस नंबर से जानकारी ले सकते हैं.
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पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति की जानकारी ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया. बचाव और राहत कार्य जारी है। प्रभावितों को हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘अमरनाथ गुफा में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ को लेकर मैंने जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से बात की है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव अभियान चला रहा है। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है.