पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द. जिले में नींदानाशक ग्लाइफोसेट दवा की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. कृषि उपसंचालक संदीप भोई ने 29 अक्टूबर को इस आशय का पत्र सभी कृषि विस्तार अधिकारियों को जारी कर आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा है. पत्र में सभी कीटनाशक विक्रेताओ को निर्देश करने के अलावा किसानों से इस प्रतिबंधित दवा को न खरीदने की अपील की है.

शोध से पता चला कैंसर का कारण

भारत सरकार ने 21 अक्टूबर को एडवाइजरी जारी कर इस पर रोक लगाने देश भर में पत्र जारी कर दिया है. सरकार की ओर से केरल में किए गए शोध रिपोर्ट का हवाला दिया गया है. बताया गया है कि इस शोध में नींदानाशक ग्लाइफोसेट के इस्तेमाल के चलते होने वाले दुष्प्रभाव की जांच वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है. इसके उपयोग से मिट्टी और फसलों में पाए जाने वाले तत्व कैंसर का कारण बन रहा है.

वहीं यह भी कहा गया है कि, उपयोग से घास तो नष्ट हो जाती है पर उसके विषैले अंश मिट्टी मे रह जाता है. अगली बार जब नया घास उगता है तो दवा का अंश घास में रह जाता है, जिसका प्रभाव मवेशियों पर भी पड़ रहा है.

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