कानपुर. बहुत लोग नोट कमाने में पूरी जिंदगी गुजार देते हैं. वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी हैं जो नोटों का बिस्तर बनाकर सोते हैं. ऐसा ही एक वाकया उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में देखने को मिला.

कानपुर पुलिस ने एनआईए से मिली जानकारी को आधार बनाकर शहर के एक बिल्डर को अपने निशाने पर लिया. बिजनेसमैन और बिल्डर अशोक खत्री की गतिविधियों पर पुलिस काफी समय से नजर रखे हुए थी. पुलिस को ये जानकारी मिल रही थी कि कुछ लोग शहर के बड़े व्यापारियों के पास नोटबंदी के दौरान बंद हुए 500 व 1000 के नोट लेने आ रहे हैं.

सूचना पर पुलिस ने एक टीम बनाकर बिल्डर अशोक खत्री के घर पर छापा मारा. पुलिस ने जब बिल्डर के घर पर छापा मारा तो वो दंग रह गयी. पुलिस को भी ये उम्मीद नहीं थी कि उसे छापे में इतनी रकम हासिल होगी जिसकी कल्पना भी उसने नहीं की होगी. दरअसल छापे के दौरान पुलिस ने देखा कि बिल्डर ने बकायदा 97 करोड़ रुपये के नोटों को बिस्तर बनाया हुआ था. ये रकम बिल्डर ने तीन कमरों में छुपाकर रखी थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये शख्स बिजनेस की आड़ में कई अवैध गतिविधियां संचालित कर रहा था. ये लंबे अरसे से मनी लांड्रिंग में भी लिप्त था. पुलिस ने इस मामले में बिल्डर के साथ साथ 16 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि पकड़ी गई रकम में 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. जो कि नोटबंदी के दौरान बंद कर दिए थे. करीब एक अरब की मुद्रा बिल्डर के घर से बरामद होने की घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है.