शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री पीके जैन की सेवाएं समाप्त कर दी गई है। भोपाल नगर निगम में अधीक्षण यंत्री के पद से रिटायर होने के बाद स्मार्ट सिटी में संविदा नियुक्ति पर उनकी सेवाएं ली जा रही थी।

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बता दें कि बीते दिनों आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने पीके जैन के घर छापामार कार्रवाई की थी। लोकायुक्त पुलिस को छापे में करोड़ों की संपत्ति, नगदी और बैंक लॉकर मिले थे। लोकायुक्त को आय से 300 फीसदी अधिक संपत्ति का पता चला। उनके घर के अलावा दफ्तर में भी लोकायुक्त ने दबिश दी थी। हाल में विदेश से लौटे पीके जैन द्वारा नंबर दो की कमाई को विदेश में निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले थे। कार्रवाई से न केवल विभाग (स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट) बल्कि सरकार की भी बदनामी हुई थी। वहीं मामले को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला था। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया X पर पीके जैन को सरकारी और बीजेपी के लिए कमाउपूत अधिकारी बताया था। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद अब प्रदीप जैन की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।

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