लखनऊ. बिजली चोरी को रोकने और इससे होने वाले घाटे को कम करने के लिए अब प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेंगे. पूरे प्रदेश में तीन करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जाना है. योजना पर पूरे प्रदेश में करीब 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च होगा. स्मार्ट ये मीटर मौजूदा विद्युत कनेक्शन पर मुफ्त लगाए जाएंगे. इसके लिए यूपी पावर कॉरपोरेशन ने आदेश जारी कर दिया है.

मीटर की गुणवत्ता देखने के लिए भारत सरकार की संस्था NABL रैंडम चेकिंग भी कर रही है. स्मार्ट मीटर लगाने से पहले तीन टेस्ट किए जा रहे हैं. CPRI और ERDA टेस्ट पास होने के बाद ही मीटर लगेगा. यूपीपीसीएल (UPPCL) प्रबंधन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के उद्देश्य से भारत सरकार पूरे देश में स्मार्ट मीटर परियोजना संचालित कर रही है.

जांच के बाद ही लगेंगे मीटर

जानकारी के मुताबिक मान्यता प्राप्त लैब जैसे सीपीआरआई/ईआरडीए आदि से टेस्ट पास होने के बाद ही स्मार्ट मीटर खरीद की अनुमति दी गई है. फैक्ट्री में मीटर बनने के बाद विभागीय अधिकारियों और थर्ड पार्टी भारत सरकार के उपक्रम पीडीआईएल द्वारा जांच की जाती है. सभी जांचों में पास होने के बाद ही मीटर उपभोक्ता परिसर में लगाने की व्यवस्था की गई है.