नासिर हकीम, महासमुंद। नगरवासी पिछले तीन दिनों से नलों से आ रहे बदबूदार पानी से परेशान हैं. फिल्टर प्लांट और पानी टंकी की सफाई के बाद भी समस्या दूर नहीं होने पर जिम्मेदार बांध में पहुंचे तो नदी का पानी ही बदबूदार मिला. नदी के पानी में सुधार होने तक बोर के जरिए टंकियों में पानी भरकर टैंकरों के जरिए घरों में पानी पहुंचाया जा रहा है.
फिल्टर प्लांट और पानी टंकियों की सफाई के बावजूद शहर में बदबूदार पानी आपूर्ति की शिकायत पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर और सीएमओ एके हलदर ने निसदा डेम पहुंचकर नदी के पानी की जांच की. इस दौरान उन्होंने पाया कि नदी का पानी ही बदबूदार है. इस दौरान मौजूद आरंग सीएमओ सौरभ शर्मा और रायपुर जल संसाधन विभाग में ईई शरद टक्कड़ ने भी पानी में बदबू पाया.
ईई टक्कड़ ने बताया कि बरसात होने की वजह से खेतों का पानी नदी में आया है. खेतों में किसानों के द्वारा डाली गई पेस्टीसाइड बहकर नदी में आने से पानी बदबूदार हो गया है. अभी तक दो गेट खोले गये थे, अब चार गेट खोल दिए गए हैं, जिससे ऊपरी सतह पर मौजूद बदबूदार पानी बह जाएगी.
नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने बताया कि पानी में बदबू की शिकायत के बाद ही हमें तत्काल फिल्टर प्लांट और शहर की सातों टंकियों की सफाई करवाई बावजूद बदबूदार पानी की शिकायत के बाद फिल्टर प्लांट से जलापूर्ति बंद कर दी है, और पानी की जांच के लिए सेम्पल भेजा गया है. टंकियों की सफाई के बावजूद बदबूदार पानी की शिकायत पर आज हम निसदा डेम पहुंचे तो दूर से ही पानी की बदबू आ रही थी.
उन्होंने कहा कि पानी की जांच से यह बात सामने आई है कि बरसात के बाद किसानों द्वारा खेतों में उपयोग की गई दवाइयों के नदी के पानी में मिलने से बदबू फैला होगा. फिलहाल, शहर की जनता को रावणभांठा और मौहारीभांठा पानी टंकी को बोर से भरकर सप्लाई की जा रही है. शेष वार्डों में टेंकर के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी.