नई दिल्ली. पराली से निकलने वाला धुआं दिल्ली को हवा को ज्यादा जहरीला बना रहा है. पिछले आठ दिन से लगातार प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 20 फीसदी से ज्यादा बनी हुई है.

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के मुताबिक, अगले दो दिन भी प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी 15 फीसदी से ऊपर ही रहने के आसार हैं. पंजाब और हरियाणा के खेतों में जलाई जाने वाली पराली इसका बड़ा कारण है.

37 फीसदी तक गया आंकड़ा दो से आठ नवंबर के बीच हर दिन दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 20 फीसदी से ज्यादा ही रही है. तीन नवंबर के दिन दिल्ली के प्रदूषण में पराली का धुआं सबसे ज्यादा 37 फीसदी तक रहा था.

गंभीर श्रेणी में गुणवत्ता दिल्ली की हवा बुधवार को भी गंभीर श्रेणी में रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 437 के अंक पर रहा. इस स्तर की हवा को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है. एक दिन पहले यह 426 रहा था. यानी, चौबीस घंटे में 11 अंकों का सुधार हुआ है. दिल्ली के ज्यादातर स्थानों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर है.