रामेश्वर मरकाम, धमतरी। सावन के महीने में धमतरी का नागदेव मन्दिर श्रध्दालुओं के आकर्षण का खास केन्द्र होता है। इस शिवालय मे लोगों की न केवल मनोकामना पूरी होती है बल्कि चमत्कारों के भी दर्शन होते हैं । इस पावन मास में अक्सर मन्दिर परिसर में मौजूद नाग का जोड़ा निकलता है माना जाता है कि जो भाग्यशाली होते हैं उन्हें ही वो जोड़ा दर्शन देता है। विषधर के इस जोड़े ने आज तक किसी भी भक्त को नुकसान नहीं पहुँचाया । भक्तो की मान्यता है कि इसी के प्रभाव से इलाके मे बीते सौ सालो मे कभी सर्पदंश की कोई घटना नही घटी ।
सावन का महिना श्रध्दालुओं के लिए भक्ति और उमंग का होता है जब वे शहर के विभिन्न शिवालयों मे अलसुबह जलाभिषेक करने पहुॅचते हैं इसके बाद भक्त हटकेशर वार्ड मे स्थित नागदेव मन्दिर जरुर जाता है जहां उनकी न केवल खाली झोली भरती है बल्कि साक्षात शिव जी का आर्शीवाद भी मिलता है ।
ये एक दो सालो की नहीं बल्कि बीते सौ सालों से चला आ रहा है कि इस देवालय मे चमत्कारों से भक्त रुबरु होते आए है बताया जाता है कि इस परिसर मे बांबी मौजूद है जहाँ नाग का एक जोडा रहता है जो अक्सर आसपास निकलते है और सभी देवताओ की मूर्तियों को स्पर्श करके वापस लौट जाता है । बच्चे हो या महिलाएं उन्हे इन विषधरों का जरा भी डर नहीं है क्योंकि वे इसके दर्शन को शुभ मानते है ।
इसे चमत्कार माने या महज संयोग सांपों के इस इलाके मे चाहे बरसात हो दीगर महिना कभी सांप काटने की कोई घटना नहीं हुई । वार्ड के बुजुर्ग बताते हैं ये नागदेव मन्दिर के प्रभाव की वजह से है । बहरहाल सैकडों साल पुराने इस देवालय में हर साल भक्तों की भीड़ बढ़ती जा रही है। जहां विषधर अपने जहर से लोगों की जिन्दगी लेने की बजाए आशीर्वाद देकर भक्तों की मनोकामना पूरी करने वाला बना है ।