नई दिल्ली . उत्तर पश्चिमी भारत के पहाड़ी इलाकों में जोरदार बर्फबारी से मौसम बदल गया है. हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर जोरदार बर्फबारी हुई है. इससे पूरे इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और आसपास के इलाके शीतलहर की चपेट में आ गए हैं. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जैसे जैसे गलन बढ़ेगी मैदानी इलाकों पर असर साफ नजर आएगा. उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में तेजी से ठंड बढ़ेगी.

हवा की गति अनुकूल होने के कारण दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में तेजी से सुधार हुआ. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि हाल फिलहाल में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश की संभावना नहीं है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में सुबह हल्की धुंध रहेगी. पहाड़ों पर बर्फबारी का असर दिल्ली एनसीआर के इलाकों पर भी नजर आएगा और तेजी से ठंड बढ़ेगी. हालांकि राहत की बात यह कि दिन में आसमान साफ रहेगा. दिल्ली के कुछ हिस्सों में सोमवार और मंगलवार को बादल छाए रहेंगे. दिल्ली एनसीआर के इलाकों में अगले कुछ दिनों तक हवा की रफ्तार भी 4 से 8 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की संभावना है.

दिवाली के दिन रविवार को राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता आठ साल में सबसे बेहतर रिकॉर्ड की गई. दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 218 रिकॉर्ड किया गया जो कम से कम पिछले तीन हफ्तों में सबसे अच्छा है. हालांकि, मौसम विज्ञानियों ने यह भी चेताया है कि पटाखे जलाने और रात में तापमान कम रहने से दिल्ली एनसीआर के इलाकों में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हो सकती है. दिल्ली में शनिवार से ही मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. दिल्ली में शनिवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 220 था, जो पिछले आठ वर्षों के दौरान दिवाली से एक दिन पहले सबसे कम रहा.

वैसे हाल ही में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई है. एक नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब हरियाणा समेत उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई. इससे दिल्ली के आसमान पर जमा प्रदूषक कणों में तेजी से बिखराव हुआ. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने लोगों से पटाखें नहीं जलाने की अपील की है. फिर भी दिल्ली एनसीआर के इलाकों में लोगों ने पटाखे जलाए. हालांकि पटाखे जलाने की घटनाओं में काफी कमी आई है. दिल्ली में गंभीर प्रदूषण के कारण बीते 10 दिनों से लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था. अब दिवाली बाद प्रदूषण के हालात पर बैठक जिसमें आगे की योजना आने की संभावना है.