प्रतीक चौहान. रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर के आरपीएफ डीआईजी के ऑन ड्यूटी महिला मित्र से मिलने जाने के मामले में लल्लूराम डॉट कॉम को एक और पुख्ता जानकारी मिली है.
जानकारी ये है कि डीआईजी के करीब जाने के लिए महिला मित्र इंस्पेक्टर को भी समय-समय में गिफ्ट्स देकर खुश करती रहती थी. इतना ही नहीं दुर्ग के अलावा रायपुर रेल मंडल के एक और थाने में डीआईजी के निरीक्षण करने से चंद दिनों पहले ही इंस्पेक्टर के 7 नामों के अंग्रेजी लेटर वाले 7 केक काटे गए.
तो इस महिला मित्र को कहा जाता था ‘प्रोटोकॉल गर्ल’ ?
RPF के एक सूत्र ने बताया कि अधिकारी जब भी निरीक्षण में आते है तो उनका ख्याल रखना पड़ता है. अब ख्याल रखना यानी उनके स्वागत में पूरे थाने को सजाना, वार्म वेलकम, अच्छी-अच्छी डिश की व्यवस्था करना और जाते-जाते सफेद रंग के लिफाफे का चलन है. हालांकि लिफाफे को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ इस लिए नहीं कहा जा सकता क्योंकि अब तक किसी ने कोई शिकायत नहीं की, लेकिन पिछले दिनों नागपुर रेल मंडल के एक सब इंस्पेक्टर ने सीनियर डीएससी पर निरीक्षण करने के बहाने बार-बार थाने आने और रिश्वत की मांग करने की शिकायत की थी, हालांकि इसके वो कुछ सबूत नहीं दे पाए, जिसके बाद विभाग ने उनके खिलाफ ही कार्रवाई कर दी. हालांकि विभाग में ये सब अच्छे से जानते है कि किसी बड़े साहब के ट्रांसफर पर जाने के वक्त उन्हें कोई महंगा तोहफा गिफ्ट किया जाता है, जिसके कलेक्शन की जिम्मेदारी जोन में मौजूद किसी खास अफसर की होती है और इसकी डिमांड वाट्सअप कॉल पर ही होती है.
अब बात करते है इस प्रोटोकॉल गर्ल की, तो सूत्र बताते है कि प्रोटोकॉल गर्ल यानी आरपीएफ के डीआईजी की महिला मित्र इससे पहले भी रायपुर रेल मंडल के विभिन्न थानों के निरीक्षण के दौरान उनसे मिल चुकी है.
सूत्र तो यहां तक दावा करते है कि बड़े साहब के करीब जाने के लिए उक्त महिला मित्र यानी प्रोटोकॉल गर्ल एक इंस्पेक्टर (दुर्ग-बीएमवॉय छोड़कर) के भी संपर्क में थी. इंस्पेक्टर को खुश करने के लिए कई बार गिफ्ट्स भी उन्हें दिए गए और डीआईजी के जन्मदिन पर तो दुर्ग पोस्ट में एक ही केक काटी गई थी, लेकिन उक्त इंस्पेक्टर के जन्मदिन पर थाने में करीब आधे दर्जन से अधिक केक के काटे जाने की सूचना है, हालांकि इसकी जानकारी खुद इंस्पेक्टर ने स्टेट्स डालकर सार्वजनिक की थी, लेकिन महिला मित्र के साथ ऑन ड्यूटी घुमने की खबर से मचे बवाल के बाद अब लोग ये सवाल कर रहे है कि जब दुर्ग पोस्ट में केक काटना गलत था, तो रायपुर रेल मंडल के एक अन्य थाने में केक काटे जाने की चर्चा क्यों नहीं हो रही है? हालांकि आरपीएफ की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि रायपुर रेल मंडल के एक अन्य थाने में आधा दर्जन से अधिक केक कटे थे या नहीं और इंस्पेक्टर को खुश करने की ऐसी क्या वजह थी कि प्रोटोकॉल गर्ल इतने सारे केक लेकर आई थीं. सूत्र बताते है कि RPF पोस्ट में 1 साल से अधिक का सीसीटीवी फुटेज मौजूद रहता है, जिसमें जांच के बाद ये स्पष्ट हो जाएगा कि सच क्या है.