प्रतीक चौहान. शिकायत थोड़ी पुरानी है… लेकिन साहब की वर्तमान करतूतों के बाद गड़े मुर्दे फिर से बोलने लगे है… दरअसल ट्रांसफर के नाम पर एसी लिए जाने की एक शिकायत की जानकारी लल्लूराम डॉट कॉम को मिली है. ये मामला उसी अधिकारी से जुड़ा है, जिसका खुलासा पिछले दिनों लल्लूराम ने किया था और फिर रेल मंत्रालय ने तत्काल उक्त अधिकारी का तबादला कर दिया.

 हम बात कर रहे है पूर्व संबलपुर आरपीएफ कमांडेंट B Jayanna Krupakar की. पिछले दिनों लल्लूराम ने एक खबर प्रकाशित की थी. जिसमें बताया था कि एक इंस्पेक्टर ने उक्त अधिकारी की शिकायत आईजी से की, जिसमें उन्होंने एक कथित ऑडियो मौजूद था, जिसमें उक्त अधिकारी ने आऱपीएफ आरक्षक के माध्यम से हर महीने वसूली की डिमांड की थी.

इस खबर के बाद उनका तत्काल तबादला हो गया. लेकिन इसके बाद उन्होंने खूब एड़ी चोटी का जोर लगाया और अपना ट्रांसफर रूकवाने हर संभव प्रयास किया. जानकार बताते है कि वे अपने क्षेत्र के एमपी के साथ रेल मंत्री तक से संर्पक में आए, लेकिन कही उनकी दाल नहीं गली.

अब लल्लूराम डॉट कॉम के पास उक्त अधिकारी की है 2018 की एक शिकायत पहुंची है. ये शिकायत आरपीएफ के महानिदेशक से 4 जून 2018 को की गई थी. जिसमें शिकायतकर्ता ने ये दावा किया था ट्रांसफर के नाम पर उक्त साहब ने एक एसी लिया. शिकायत में एक बिल देकर ये भी दावा किया गया था कि साहब की पोस्टिंग कही और है और वहां से करीब 250 किलोमीटर दूर से उनके लिए एसी खरीदा गया. अब सवाल ये है कि क्या इस शिकायत की सही तरीके से जांच की गई थी ?

शायद नहीं… क्योंकि यदि समय रहते इस शिकायत में दिए गए सबूतों के आधार पर जांच कर ली जाती तो शायद बात हर महीने के वसूली तक की नहीं आती.

खैर अब एक बार फिर ये मामला सामने आ ही गया है और विभाग यदि चाहे तो पुनः इस शिकायत के आधार पर जांच करवा सकती है, जिससे उन्हें ये अंदाजा हो जाए कि उनके अपने कमांडेंट रैंक के अधिकारी कितने इमानदार है! आरपीएफ से जुड़ी खबर देने के लिए आप 93291-11133 पर संर्पक कर सकते है.