रायपुर। राज्य में कस्टम मिलिंग के लिए 25 अप्रैल शाम 7.15 बजे तक 97.83 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है. राज्य सरकार द्वारा केन्द्रीय पूल में चावल जमा कराने के मामले में भी तेजी से काम किया जा रहा है. अब तक केन्द्रीय पूल में 38.66 लाख मीट्रिक टन चावल जमा कराया जा चुका है, जिसमें भारतीय खाद्य निगम में 20.61 लाख मीट्रिक टन और नागरिक आपूर्ति निगम में 18.05 लाख मीट्रिक टन चावल शामिल है.
खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर इस वर्ष धान खरीदी के साथ ही उठाव एवं कस्टम मिलिंग का काम तेजी शुरू कर दिया गया था. राज्य में अब तक डीओ और टीओ के माध्यम से 97.83 लाख मीट्रिक टन धान का रिकार्ड उठाव हो चुका है.
वर्मा ने बताया कि 75 लाख 08 हजार मीट्रिक टन धान का डीओ जारी कर दिया गया है. उपार्जन केन्द्रों से मिलर्स द्वारा 74 लाख 93 हजार मीट्रिक धान का उठाव कर लिया गया है. इसी प्रकार 23 लाख 9 हजार मीट्रिक टन धान के परिवहन के लिए टी.ओ. जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध समितियों से 22 लाख 91 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है. इस साल केन्द्रीय पूल में 61.65 लाख मीट्रिक टन अरवा चावल जमा कराया जाना है.
बता दें कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में पंजीकृत 21 लाख 77 हजार किसानों से समर्थन मूल्य पर लगभग 98 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है. धान खरीदी की एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत लगभग 20 हजार करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है. गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष प्रदेश के 1 लाख 24 हजार अर्थात् 6 प्रतिशत अधिक किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया गया.