प्रतीक चौहान. रायपुर. ऑन ड्यूटी बिलासपुर से दुर्ग स्वच्छता पखवाड़ा में शामिल होने आए डीआईजी के मॉल में महिला मित्रों के साथ जाने का खुलासा लल्लूराम डॉट कॉम ने किया था. लल्लूराम डॉट कॉम ने ये भी बताया था कि उक्त युवतियों को पहले आरपीएफ पोस्ट में लाया गया और वहां डीआईजी का बर्थडे केक भी काटा गया.
इस खुलासे के बाद आरपीएफ में हड़कंप मचा हुआ है और सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जांच के आदेश हो गए है. आदेश ये दिया गया है कि दुर्ग आरपीएफ पोस्ट में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग को सुरक्षित कर लिया जाए (1 हफ्ते से 10 दिनों तक की). सूत्रों का दावा है कि संभवतः ये आदेश आईजी द्वारा दिए गए है. लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टी नहीं हुई है. लल्लूराम डॉट कॉम ने इस संबंध में अधिकृत जानकारी के लिए आईजी से संपर्क किया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी.
लेकिन अब सूत्रों से ये पता चला है कि डीआईजी उक्त सीसीटीवी फुटेज को किसी भी तरह से करप्ट करने के लिए दबाव बना रहे है. हालांकि यदि सीसीटीवी फुटेज डिलीट या करप्ट होता है, तो ये अपने आप सिद्ध हो जाएगा कि वहां किसी न किसी प्रकार की ऐसी गतिविधियां हुई थी जो आरपीएफ के नियमों के विपरित है.
हालांकि विभाग चाहे तो दुर्ग के आरपीएफ पोस्ट के सीसीटीवी फुटेज के अलावा सागर इंटरनेशनल होटल (रेलवे स्टेशन के ठीक सामने) में लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज, मॉल में लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज, मेगडानल में लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज, राणा टैटू (मॉल में ही) लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज से ये पुष्टि कर सकता है कि डीआईजी उक्त युवतियों के साथ मॉल गए थे या नहीं. इतना ही नहीं ग्रीन चौक में लगे सीसीटीवी फुटेज से भी ये पुष्टी हो जाएगी कि सीजी 07 एक्यू 9996 नंबर की गाड़ी आरपीएफ पोस्ट की तरफ गई और 30 से 45 मिनट बाद वो वहां से निकली है या नहीं.
हालांकि डीआईजी कब-कब कहा-कहा गए है इसका पूरा विवरण लल्लूराम डॉट कॉम ने समय के साथ अपनी पूर्व में प्रकाशित खबरों में दिया हुआ है.