रायपुर. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग लेकर सामाजिक कार्यकर्ता थाने पहुंचे. मामला दर्ज करने में पुलिस की ओर से आनाकानी किए जाने पर कार्यकर्ता हंगामा करते हुए थाने में धरने पर बैठ गए.
सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा, कुणाल शुक्ला, राकेश चौबे सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता रविवार को गोलबाजार थाने पहुंचकर रमन सिंह के संरक्षण में उनके दामाद डॉ पुनीत गुप्ता द्वारा करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया. मामले में रमन सिंह के अलावा, तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर, तत्कालीन वित्त सचिव व स्वास्थ्य सचिव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की.
कार्रवाई में हीलहवाला करते हुए कार्यकर्ताओं की पुलिस अधिकारी से तीखी बहस हुई, जिसके बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं होने पर धरना देते हुए नारेबाजी करने लगे. आखिरकार टीआई को शिकायत की कापी सौंपकर चले गए. वहीं गोलबाजार थाना के टीआई का मामले में कहना है कि मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
गौरलतब है कि एक दिन पूर्व ही डीकेएस अस्पताल प्रबंधन की ओर से आर्थिक अनियमितता बरते जाने पर डॉ पुनीत गुप्ता के खिलाफ गोल बाजार थाने में ही एफआईआर दर्ज कराई है. जिसके बाद अब सामाजिक कार्यकर्ता मामले में रमन सिंह को सहअभियुक्त बनाते हुए मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.