पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। नोडल एजेंसी क्रेडा के बजाए निजी फर्मों से सोलर लाईट लगाने वाले देवभोग के 16 पंचायतों से रुपयों की वसूली करने जिला सीईओ ने एसडीएम को पत्र लिखा है. एसडीएम ने पत्र मिलने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि इस गंभीर अनियमिता में पंचायतों से वसूली की जाएगी.
दरअसल, गांव की गलियों को रोशन करने के आड़ में कुछ माह पहले पंचायतों ने जो खेल खेला था, अब वह उनकी गले की फांस बन गई है. जिला पंचायत सदस्य धनमती यादव ने जिला पंचायत से मामले की शिकायत कर नियम विरुद्ध सोलर लाइट लगाने व निजी फर्मों को भुगतान करने की शिकायत किया था. माह भर पहले मामले की जांच जिला सीईओ विनय लहंगे द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय कमेटी ने किया था.जांच में तथ्यों के सामने आने के बाद सीईओ विनय कुमार ने 2 नवम्बर को पत्र जारी कर 16 पंचायतों से 61 लाख 39 हजार 750 रुपये वसूली के निर्देश दिए हैं.
एसडीएम अनूपम आशीष टोप्पो ने इस आदेश की पुष्टि करते हुए बताया कि आज ही आदेश प्राप्त हुई है, जिसके परिपालन में वसूली प्रकरण दर्ज कर ग्राम पंचायत कदलीमुडा, फलसापारा, कुम्हडई खुर्द , कोदोभाठा, पुरनापानी, करचिया, सुकलीभाठा पुराना, दिवानमुडा, माडागांव, देवभोग, खोखसरा, गिरसुल, सीनापाली, रोहनागुड़ा, खुटगाव, झाखरपारा से वसूली की कार्यवाही की जाएगी.
कार्ययोजना में शामिल नहीं, खरीदी में भी किया मनमानी
जांच में पाया गया है कि ब्लॉक के 40 पंचायतों में गली सोलर लाइट लगाया गया है, पर भुगतान 16 पंचायतों ने 14वें वित्त मद योजना से किया है. 14वें वित्त योजना की राशि का व्यय कार्ययोजना में शामिल कार्यों पर किया जाना है, पर सोलर लाइट योजना में शामिल नहीं था. सोलर लाइट सम्बन्धी कार्य के लिए राज्य ने नोडल विभाग क्रेडा को तय किया है, जिससे अधिकृत दो फर्मों से ही इसकी खरीदी की जानी थी, पर पंचायतों ने नियम को ताक में रखकर व्यय किया है.