राजस्थान। राजस्थान सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया गया है. सीएम अशोक गहलोत ने गुढ़ा को राज्य मंत्री पद से बर्खास्त करने की सिफारिश की थी, जिसे राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वीकार कर लिया है.

राजेंद्र राठौड़ ने बोला था हमला

मंत्री गुढ़ा के इस बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी गहलोत सरकार पर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट कर कहा था- राजस्थान में बहन-बेटियों पर हो रहे अत्याचार और दुष्कर्म की हकीकत खुद सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बता रहे हैं.

संविधान के अनुच्छेद 164(2) के मुताबिक, कैबिनेट सामूहिक जिम्मेदारी के आधार पर काम करती है और एक मंत्री का बयान पूरी कैबिनेट यानी सरकार का बयान माना जाता है. मुख्यमंत्री जी, हमारे नहीं तो कम से कम अपने मंत्री के बयान का तो संज्ञान लीजिये. गृह मंत्री होने के नाते कम से कम खराब कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी तो संभालें.

राजेंद्र गुढ़ा ने क्या कहा था ?

मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें मणिपुर की बजाय अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में अपनी ही सरकार को घेरा और कहा कि हमें स्वीकार करना चाहिए कि हम महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहे हैं, जिस तरह से राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, हमें मणिपुर के बजाय अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.

बहरहाल, मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के अपनी ही सरकार पर निशाना साधने से राजस्थान की सियासत गरमा गई है. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बड़ा फैसला लेते हुए राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया है.

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