रायपुर- यूं तो सीएम भूपेश बघेल के अमेरिकी दौरे के कई आयाम हैं. मसलन निवेशकों से मिलकर राज्य में निवेश जुटाना, भारतीय समुदाय को संबोधित कर राज्य की फ्लैगशिप स्कीम के साथ-साथ विकास के रास्ते बढ़ते कदमों की जानकारी देना, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में आयोजित इंडिया कांफ्रेंस में प्रजातांत्रिक भारत में जाति और राजनीतिक विषय पर बतौर स्पीकर शामिल होना, लेकिन इन तमाम एंगेजमेंट के बीच टीम भूपेश की कुछ चुनिंदा तस्वीरें सामने आई हैं, जो बेहद दिलचस्प हैं.

अधिकारियों की टीम के साथ खुद ही सेल्फी लेते सीएम भूपेश बघेल

इन तस्वीरों में एक तस्वीर ऐसी है, जिसमें खुद सीएम अपने मातहत अधिकारियों के साथ सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं. इस सेल्फी में चीफ सेक्रेटरी आर पी मंडल, एसीएस होम सुब्रत साहू, प्रिसींपल सेक्रेटरी गौरव द्विवेदी और एडवाइजर टू सीएम प्रदीप शर्मा नजर आ रहे हैं. तस्वीर में सभी के चेहरों पर मुस्कान खिली हुई है. इस तस्वीर में सीएम समेत सभी अधिकारियों ने कैजुअल ड्रेस पहना हुआ है.

गोल्डन गेट ब्रिज में पोज देते चीफ सेक्रेटरी आर पी मंडल

एक दूसरी तस्वीर में चीफ सेक्रेटरी आर पी मंडल सेन फ्रांसिस्को को गोल्डन गेट ब्रिज में पोज देते दिख रहे हैं. 2.7 किलोमीटर लंबा यह ब्रिज सेन फ्रांसिस्को खाड़ी को प्रशांत महासागर से जोड़ता है. अमेरिकन सोसायटी आफ सिविल इंजीनियर्स ने इसे आधुनिक दुनिया का अजूबा करार दिया है. 1937 में जब यह ब्रिज पब्लिक के लिए खोला गया था, तब उस समय यह दुनिया का सबसे लंबा और सबसे ऊंचा सस्पेंशन ब्रिज था. इस ब्रिज के मेन स्पैन की लंबाई 4200 फीट और इसकी ऊंचाई 746 फीट है. सीएम भूपेश बघेल समेत डेलीगेशन के मेंबर्स ने इस ब्रिज का दौरा किया था.

द लोन नाविक की स्टेच्यू के साथ तस्वीर खिंचाते चीफ सेक्रेटरी आर पी मंडल
द लोन नाविक की स्टेच्यू के करीब तस्वीर खिंचाते चीफ सेक्रेटरी आर पी मंडल और एसीएस होम सुब्रत साहू

इस दौरान ब्रिज के बेहद नजदीक यूनाइडेट स्टेट्स नेवी मेमोरियल में स्थापित द लोन नाविक की स्टेच्यू भी देखी गई. यह स्टेच्यू अमेरिका की समुद्री सेवाओं जैसे नेवी, मरीन कार्प्स, कोस्ट गार्ड और मर्चेंट मरीन को समर्पित की गई है. यह स्टेच्यू एक फंडिग अपील के तहत स्थापित किया गया था, जिससे करीब तीन मिलियन डाॅलर से अधिक राशि जुटाई गई थी. स्टेच्यू देखने के दौरान की चीफ सेक्रेटरी और एसीएस होम सुब्रत साहू की तस्वीरें मिली हैं, जिसमें दोनों के बीच याराना दिखाई पड़ रहा है.

सेन फ्रांसिस्को के रिक्रिएशन एंड पार्क पैलेस आफ फाइन आर्ट्स का भ्रमण करते सीएम भूपेश, तस्वीर में आर पी मंडल, गौरव द्विवेदी और पीछे खड़े नजर आ रहे हैं एडवाइज टू सीएम प्रदीप शर्मा
रिक्रिएशन एंड पार्क पैलेस आफ फाइन आर्ट्स के सामने चीफ सेक्रेटरी आर पी मंडल

टीम भूपेश ने सेन फ्रांसिस्को के मशहूर रिक्रिएशन एंड पार्क पैलेस आफ फाइन आर्ट्स का भी भ्रमण किया. यह एक स्मारक है, जिसे 1915 में बनाया गया था, जिससे वहां के आर्ट्स को एग्जिबीट किया जा सके. आमतौर पर कुर्ता-पैजामा पहने नजर आने वाले सीएम भूपेश इस तस्वीर में रेड टी- शर्ट, ब्लैक जींस और जैकेट पहने दिख रहे हैं. अमेरिकी दौरे की चुनिंदा तस्वीरों में यह तस्वीर बेहद रोमांचकारी है. रेड टाई और प्रोफेशनल सूट पहने सीएम भूपेश बघेल के साथ आर पी मंडल अपने रूटिन गेटअप में दिखाई पड़ रहे हैं. सीएम भूपेश का यह लुक मंत्रालय में बेहद चर्चाओं में रहा है.

बता दें कि सीएम भूपेश बघेल के अमेरिका प्रवास का पहला पड़ाव भी आज पूरा हो गया है. इस पड़ाव के दौरान अमेरिकी निवेशकों से राज्य में उद्योग लगाने के आशाजनक प्रस्ताव मिले हैं. सेनफ्रांसिस्को के सिलिकॉन वेली और रेड वुड शोर्स में ऑटो ग्रिड सिस्टम के औद्योगिक प्रतिनिधियों और निवेशकों से सीधी चर्चा की गई. वहां उन्होंने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ ’ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के लिए भारत में शीर्ष राज्यों में शामिल है. निवेशकों को बताया कि छत्तीसगढ़ निवेश करने के लिए सबसे अच्छी जगह है क्योंकि यह केंद्र में स्थित है और यहाँ बेहतर कनेक्टिविटी है. राज्य की नई औद्योगिक नीति निवेशकों के लिए काफी अनुकूल है. चर्चा के दौरान अनेक भारतीय-अमेरिकी उद्योगों ने छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए गहरी दिलचस्पी दिखाई. वहाँ लगभग 250 निवेशक इस चर्चा में शामिल हुए.सीएम भूपेश बघेल ने सेन फ्रांसिस्को के इंडिया कम्युनिटी सेंटर, सेनजोस में सिलिकॉन वेली द्वारा आयोजित सम्मेलन में भारतीय समुदाय के लोगों को सम्बोधित किया और छत्तीसगढ़ में निवेश से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर पूछे गए सवालों का जवाब दिया. उन्होंने छत्तीसगढ़ एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के सदस्यों से भी मुलाकात की. बघेल ने छत्तीसगढ़ के अधिकारियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी डेटा सेंटर कंपनी-इक्विनिक्स का भ्रमण किया. सीएम 15 और 16 फरवरी को हार्वड यूनिवर्सिटी में आयोजित इंडिया कान्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे जहां वे 15 फरवरी को प्रजातांत्रिक भारत में जाति और राजनैतिक विषय पर अपने विचार रखेंगे