गले में खराश, दर्द और कुछ भी निगलने में तकलीफ होना इस मौसम में आम हो जाता है। इसका मुख्य कारण मौसम में बदलाव होना और ठंडा-गर्म खाते रहना हो सकता है। अक्सर जुकाम (Cold) होने से भी गले में दिक्कत बढ़ने लगती है। गले में दर्द होने से कुछ भी अच्छा नहीं लगता और कुछ खाने,पीते भी नहीं बनता है। ऑयज यहां हम आपकी इसी दिक्कत को दूर करने के कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं। अगर आपके गले में दर्द (Pain) है और कुछ खाने-पीने में परेशानी होती है तो इन टिप्स को आजमाया जा सकता है।
नमक पानी के गरारा
गर्म पानी में नमक डालकर गरारा करने पर गले की दिक्कत से छुटकारा मिल सकता है। इससे गले में जमा बलगम साफ होता है और बाहर निकल जाता है। नमक के पानी के अलावा मेथी के दाने पानी में उबालकर भी गरारा किया जा सकता है।
हल्दी पानी का गरारा
हल्दी का पानी भी गरारा करने में काम आता है। हल्दी एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है और इसके औषधीय गुण गला ठीक करने में तेजी से असर दिखाते हैं। आधा चम्मच हल्दी को एक गिलास गर्म पानी में डालें। इसमें आधा चम्मच नमक भी मिलाएं और फिर गरारा करें। हर 2 से 3 घंटे में गरारा करने पर गले में आराम मिलेगा।
लहसुन
लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जिसकी वजह से इसका सेवन करने से गले के संक्रमण के इलाज में लाभ होता हैं। वहीं अगर लहसुन को कच्चा खाया जाए तो इससे ज्यादा लाभ होता है। गले में संक्रमण को दूर करने के लिए तीन से चार कलियों को खाली पेट चबाना चाहिए। ऐसा करने से संक्रमण में तेजी से लाभ मिलता है।
तुलसी के पत्ते का पानी
गले के दर्द से छुटकारा पाने के लिए तुलसी के पत्तों का पानी भी पिया जा सकता है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में कुछ तुलसी के पत्ते डालें और उबाल लें। तुलसी के पत्तों (Tulsi Leaves) के इस पानी को छानकर पीने पर भी फायदा मिलता है और गरारा करने पर भी गले में आराम महसूस होता है।
नींबू पानी
पीने के लिए अदरक और नींबू का पानी भी अच्छा है। इससे गले में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। एक कप पानी में अदरक को उबालकर इसमें नींबू का रस और शहद मिलाकर चाय बनाएं और पिएं। यह खांसी और जुकाम को ठीक करने में भी सहायता करेगा। अदरक से शरीर को एंटी-बैक्टीरियल गुण मिलेंगे तो वहीं शहद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण देगा।