इंदौर/शिलांग। राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर जिस तरह सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं, उसे जानकर हर कोई हैरान है। सोनम ने पति को मरवाने के बाद उसके सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया था। जिसमें उसने ऐसा कुछ लिखा था, जिससे उसके राज से पर्दा उठना शुरू हो गया था।
शक की सुई क्यों घूमी सोनम पर ?
दरअसल, पुलिस को पहली बार शक तब हुआ, जब सोनम और राजा के हनीमून की कोई फोटो सोशल मीडिया पर नहीं दिखी। हनीमून पर जाने के बाद राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से कोई पोस्ट नहीं हुआ था। लेकिन हत्या के दिन (23 मई) राजा के सोशल अकाउंट से दोपहर 2:15 बजे एक पोस्ट किया गया था। जिसमें लिखा था “सात जन्मों का साथ है”, जो राजा की मृत्यु के समय के बिलकुल करीब ही था। यहीं से सोनम की पोल खुलने लगी।
गुमराह करने की साजिश
बता दें कि राजा की हत्या से पहले मां उमा ने उसे फोन किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि तुम लोगों की सोशल मीडिया पर कोई भी फोटो या वीडियो नहीं दिख रही थी। आशंका है कि इसके बाद ही सोनम ने अपना शातिर दिमाग लगाया और राजा की हत्या के बाद ससुराल वालों को गुमराह करने के लिए पति के सोशल मीडिया से पोस्ट किया था।
शादी से कत्ल तक- सिर्फ 12 दिन में सब खत्म
राजा सिंह रघुवंशी और सोनम सिंह रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई। सब कुछ ठीक लग रहा था, लेकिन सोनम का दिल कहीं और था प्रेमी राज कुशवाहा में। शादी के 10 दिन बाद ही, यानी 21 मई को हनीमून के नाम पर गुवाहाटी और फिर शिलांग का प्लान बना। 23 मई को राजा की हत्या कर दी गई – और वो भी सोनम की मौजूदगी में।
ऑपरेशन हनीमून
मेघालय पुलिस ने अपने 120 पुलिस कर्मियों और 20 अफसरों की स्पेशल टीम बनाई और इस ‘मिशन हनीमून’ पर लगाया। पुलिस ने 42 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और देखा कि कैसे सोनम तीनों आरोपियों के साथ शिलांग में घूम रही थी। घटना से 10 किमी पहले सोनम तीनों हत्यारों के साथ दिखी, और फिर राजा को एक सुनसान जगह पर ले गई।
मेघालयी ‘डाव’ से हुआ कत्ल – लोकल दुकान से खरीदा हथियार
हत्यारों ने गुवाहाटी के एक होटल के पास की दुकान से ‘डाव’ नाम का धारदार हथियार खरीदा। 23 मई को सुनसान इलाके में सोनम ने राजा को घुमाने के बहाने बुलाया और वहीं इशारा दिया -“मारो इसे”। तीनों हत्यारे राजा के सिर पर दो बार वार कर के भाग गए। सोनम पास ही खड़ी थी, सब देख रही थी।
हत्या के बाद इंदौर में प्रेमी से राज से मुलाकात
कत्ल के बाद सोनम 23 मई को ट्रेन पकड़ कर इंदौर पहुंची, जहां उसने प्रेमी राज कुशवाहा से मुलाकात की। एक दिन रुकने के बाद वो यूपी के बनारस – गाजीपुर में जाकर छिप गई। 25 मई से लेकर 3 जून तक वह लगातार प्रेमी और अन्य आरोपियों से टच में रही। जब पुलिस ने राज कुशवाहा को पकड़ा, तो सोनम को भी डर लगा और 4 जून को भाई को फोन कर गाजीपुर के एक ढाबे पर यूपी पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
झूठी कहानियां और सबूतों से गुमराह करने की कोशिश
पुलिस को मौके से खून से सनी शर्ट और सोनम का रेनकोट मिला, जो 6 किमी दूर फेंका गया था ताकि मामला गुमराह किया जा सके। लेकिन पुलिस ने स्कूटी का रूट, लोकेशन पैटर्न और आरोपियों की मोबाइल लोकेशन से पूरा केस जोड़ दिया।
प्रेम की अंधी चाह और एक खूनी प्लान
सोनम और राज का अफेयर पुराना था। सोनम की मां को इन दोनों के प्यार की पूरी जानकारी थी! शादी से पहले भी दोनों संपर्क में थे। लेकिन शादी के बाद सोनम को लगने लगा कि अब सिर्फ एक ही रुकावट बची है राजा, और सोचा कि राजा को मारकर उसकी संपति की मालकिन बन जाऊंगी और राज के साथ आराम से रहूंगी
सोशल मीडिया बना विलेन
सोशल मीडिया से बचने की कोशिश में ही सोनम फंस गई। कोई हनीमून फोटो नहीं, न कोई पोस्ट। और फिर वो पोस्ट जो राजा के मरने के बाद डाला गया यही केस का सबसे बड़ा सबूत बना।
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