दिल्ली. सऊदी अरब उन देशों में गिना जाता है जहां महिलाओं को आजादी न के बराबर है. इस देश की महिलाओं पर ढेर सारे कड़े प्रतिबंधों की आलोचना पूरी दुनिया में की जाती रही है. आखिरकार सऊदी अरब की सरकार ने महिलाओं को घर की चारदीवारी से बाहर निकलने की इजाजत दे दी है.
सऊदी सरकार ने कुछ दिन पहले ही देश में महिलाओं के घोर विरोध के चलते सरकार को महिलाओं को कार ड्राइव करने की अनुमति दे दी थी. गौरतलब है कि महिलाओं के कार चलाने पर प्रतिबंध का विरोध जताने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं ने कार चलाकर अपना विरोध दर्ज कराया था. जिसके बाद सरकार को मजबूर होकर देश में महिलाओं को कार चलाने की इजाजत दी गई.
एक आंकड़े के मुताबिक सऊदी में कार रेंटल सर्विस ऊबर के ड्राइवर्स में सारे पुरुष ड्राइवर ही हैं. ऊबर दुबई बेस्ड कंपनी करीम के साथ सऊदी अरब में कार रेंटल सेवा चलाती है. चूंकि अब महिलाओं के कार ड्राइव करने से मनाही हट चुकी है. ऐसे में कार रेंटल कंपनियां अब महिला ड्राइवर्स को भर्ती करने के अभियान में जुट गई हैं. ये कंपनियां फिलहाल रियाद, जेद्दाह और अल खोबर में महिला ड्राइवरों को ट्रेनिंग दे रही हैं. इन शहरों में कंपनी इस योजना की शुरुआत करेगी. गौरतलब है कि करीम वही कंपनी है जो मिडल ईस्ट, नार्थ अफ्रीका, पाकिस्तान समेत कई इस्लामिक देशों में कार रेंटल सेवाएं उपलब्ध कराती है.
अब कंपनी इन भावी महिला ड्राइवरों को सड़क के नियम, कस्टमर सर्विस औऱ ड्राइविंग की बारीकियों के बारे में ट्रेनिंग दे रही है. इसके बाद इन सफल अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट दिए जाएंगे. करीम इस साल जून तक ऐसी दस हजार महिला ड्राइवरों को तैयार कर सड़कों पर उतारने के मूड में है. कंपनी की मंशा महिला कस्टमर्स को महिला ड्राइवरों की सेवाएं उपलब्ध कराना है क्योंकि अभी ज्यादातर महिला कस्टमर महिला ड्राइवर की डिमांड करती हैं लेकिन ऐसी सेवाएं उपलब्ध न होने के कारण महिला कस्टमर्स को पुरुष ड्राइवरों की सेवाएं लेनी पड़ती थी. अब महिलाएं भी कार ड्राइव कर सकती हैं लिहाजा कार रेंटल कंपनियां कस्टमर्स की इस डिमांड को पूरा करने के लिए जल्द से जल्द महिला ड्राइवर्स को सऊदी की सड़कों पर उतारना चाहती हैं.