रायपुर. पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ओर से 5 दिवसीय साउथ एशियन यूनिवर्सिटीज यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. इस फेस्टिवल में शामिल होने के लिए एशिया के 6 देशों के 587 युवा प्रतिभागी कला की 10 विधाएं में भाग लेने पहुंचे हैं.

22 से 26 फरवरी तक आयोजित फेस्टिवल के दूसरे दिन शनिवार को दीनदयाल ऑडिटोरियम में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम स्पर्धा में भारत समेत नेपाल, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार के युवा प्रतिभागियों अपने-अपने कला की प्रस्तुति दी.

 

इस अवसर पर पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केएल वर्मा ने कहा कि इस स्पर्धा में अपने-अपने देश के टॉप प्रतिभागी शामिल हुए, जो विभिन्न देशों से आए युवा रचनात्मकता का ऐसा विस्फोट कर रहें है कि दुनिया की सारी नफरत का सफाया हो रहा है.

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से दक्षिण एशियाई देश न सिर्फ राजनीतिक और सांस्कृतिक बल्कि आर्थिक रूप से एक दूसरे को मजबूत करने के लिए परस्पर सहयोग की भावना से काम कर हैं. हमारा सौभाग्य है की यूथ फेस्टिवल की मेजबानी करने का मौका पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय को मिला है.

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे इन विदेशी युवाओं में यहां आने की खुशी चेहरे पर झलक रही थी. बातचीत में विदेशी छात्रों ने कहा कि भारत एक बहुत ही विशाल देश है और यहां की संस्कृति बेहद खास है. छत्तीसगढ़ के लोग बहुत ही मिलनसार है..यहां आना हमारा सौभाग्य है, मौका मिला तो फिर घुमने जरूर आएंगे.