गरियाबंद। ज़िले में अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस कप्तान भोजराम पटेल नए तरीके से पुलिसिंग कर रहे हैं. जिसका लाभ भी देखने को मिला है. ज़िले में अपराध पर अंकुश लगने लगे हैं. पुलिस कप्तान भोजराम पटेल ने ज़िले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे जुआं,शराब,सट्टा समेत सामाजिक अपराधों पर लगाम लगाने कोटवारों की सहायता लें. क्योंकि कोटवार वर्ग ही शासन-प्रशासन का वह हिस्सा है जो आमजनों के मध्य रह कर सभी बातों से अवगत रहता है.
पुलिस कप्तान से मिले आदेश के बाद ज़िले के थानों में कोटवारों के संग बैठकों का दौर शुरू हो गया है. फिंगेश्वर थाना क्षेत्र से 62 गांवों के कोटवार और पांडुका थाना क्षेत्र के 21 कोटवार जिनमें 10 महिला कोटवार,राजिम थाना क्षेत्र के 2 महिला कोटवार समेत 18 कोटवार, थाना छुरा से 34, थाना गरियाबंद से 35, थाना अमलीपदर से 7, थाना देवभोग से 34 कोटवार शामिल हुए. सभी कोटवार अपराध नियंत्रण के संबंध में चर्चा की गई कुछ ने बतलाया की उनके यहां अवैध शराब बिक्री और शराब की वजह से पारिवारिक झगड़े की शिक़ायत अधिक है. जिस पर थाना प्रभारियों ने उन्हें उस बीट के पुलिस कर्मियों का नंबर उपलब्ध कराते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया.
पुलिस कप्तान पटेल ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले के कोटवारों से पुलिस अधिकारियों की सीधी बात है. जिसके माध्यम से वे आपस में परिचित होंगे. तो कोटवार निःसंकोच होकर गांव की जानकारी दे पाएंगे. इसके अलावा उनके मानदेय के सबंध में भी बात की गई. उनके पारिवारिक और व्यक्तिगत समस्याओं पर भी बातचीत की गई. स्मार्ट फोन इस्तेमाल करने वाले कोटवारों को व्हाट्सएप के माध्यम से ग्रुप बना कर सीधे सूचना का आदान प्रदान करने, फ़ोटोग्राफ़ी के जरिये आपराधिक तत्वों की पहचान करने की ट्रेंनिग भी दी गई. कोटवारों को उनके इलाके के सभी पुलिस कर्मियों का मोबाईल नंबर दिया गया. एसपी पटेल ने बताया कि इन बैठकों के जरिये कोटवारों को आधुनिक सूचना तंत्र से जोड़ना है ताकि पुलिस और कोटवार मिल कर सिटी से विलेज तक पुलिसिंग मजबूत करने का काम करेंगे.