दिल्ली. लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां अपने अपने स्तर से तैयारी कर रही हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार शाम को दिल्ली में बसपा सुप्रीमो मायावती व सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की मीटिंग हुई। सूत्र बताते हैं कि सीटों का बंटवारा तय हो गया है। इसमें दोनों पार्टियां 37-37 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगी। शेष बची सीटों पर गठबंधन में शामिल अन्य दलों को चुनाव लड़ाने का मौका दिया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 6 बजे मायावती की कोठी पर सपा मुखिया अखिलेश यादव पहुंचे। बताते हैं कि दोनों पार्टी मुखिया के बीच करीब दो घंटे की बैठक हुई, जिसमें सीटों का बंटवारा तय कर दिया गया है। दोनों पार्टियों ने यह फैसला कर लिया है कि किस-किस लोक सभा सीट पर किस पार्टी का प्रत्याशी होगा। बराबर-बराबर सीटों पर प्रत्याशी उतारने के पीछे बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियां चाहती हैं कि किसी तरह का कोई विवाद न हो।
सूत्र बताते हैं कि गठबंधन के दौरान यह भी गुंजाइश रखी गई है कि राष्ट्रीय लोक दल समेत अन्य दल भी इस गठबंधन में शामिल होने की मंशा जता चुके हैं, उनके लिए 6 सीटें रखी गई हैं।
सूत्रों ने यह भी बताया कि गौतमबुद्धनगर की सीट बसपा के खाते में गई है। क्योंकि बहन मायावती का पैतृक गांव बादलपुर यहां पर है। साथ ही जब नए परिसीमन में गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट बनी थी तो बसपा से ही पहले सांसद सुरेंद्र सिंह नागर बने थे।
सूत्रों ने बताया कि बहन मायावती का 15 जनवरी को जन्मदिन है। उसी दिन मायावती लखनऊ व दिल्ली में बैठेंगी, संभावना है कि प्रत्याशियों के नाम तय हो जाएंगे। गौतमबुद्धनगर से चुनाव लड़ने के लिए करीब 8 लोग पार्टी से टिकट मांग चुके हैं।