लखनऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री व वर्तमान बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर की टिप्पणी पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पलटवार किया हैं। उन्होंने कहा कि क्या बीजेपी किसी कांग्रेस या किसी अन्य व्यक्ति से जाति पूछ सकती है ? इसके साथ ही अखिलेश ने अपना पुराना दर्द बयां करते हुए कहा कि ‘कुछ लोग नहीं चाहते थे कि मैं हवन-पूजन करूं, वह दिन मैं नहीं भूल सकता, जब सीएम आवास को गंगाजल से साफ किया गया।’

लोकसभा संसद में जाति को लेकर सियासत गरमा गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व वर्तमान बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने जातिगत गणना के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष किया। जिसके बाद हंगामा तेज हो गया। अनुराग ठाकुर की टिप्पणी पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ‘एक बार मैं एक मंदिर में गया, कुछ लोग नहीं चाहते थे कि मैं हवन और पूजा करूं। मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा वह दिन जब सीएम आवास को गंगाजल से साफ किया गया। अब आप चांद पर जाना चाहते हैं, डिजिटल इंडिया की बातें हो रही हैं। क्या बीजेपी किसी कांग्रेस नेता या किसी अन्य व्यक्ति की जाति पूछ सकती है ?’

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अनुराग ठाकुर ने की थी ये टिप्पणी

दरअसल, मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत विपक्ष के अन्य नेता लगातार जातीय जनगणना की मांग कर रहे थे। इस मुद्दे पर भारी हंगामा हो गया। संसद में बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उनकी जाति पर टिप्पणी कर दी। जिस पर विवाद शुरू हो गया। हमीरपुर से BJP सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में कहा कि ‘जिसकी जाति का पता नहीं है, वह जातिगत गणना की बात कर रहे हैं।’

राहुल गांधी ने किया था पलटवार

इस टिप्पणी पर राहुल गांधी ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘अनुराग ठाकुर ने मुझे गाली दी है, मेरी बेइज्जती की है, लेकिन मुझे इनसे माफी भी नहीं चाहिए, मुझे इसकी जरूरत नहीं है। आप मुझे जितना चाहें अपमानित कर सकते हैं, लेकिन आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि हम संसद में जाति जनगणना विधेयक पारित कराएंगे।’

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गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान अखिलेश यादव ने कन्नौज के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा गौरीशंकर मंदिर जाकर विशेष पूजा की, लेकिन इसके एक वीडियो को लेकर विवाद हो गया था। अखिलेश यादव के मुताबिक, उनके दर्शन के बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने मंदिर परिसर को गंगा जल से धुलवा दिया। वहीं अखिलेश के मुख्यमंत्री आवास खाली करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने सीएम आवास को गंगाजल से साफ कराया था। इसके बाद वे मुख्यमंत्री आवास में रहने गए थे। इसे लेकर अखिलेश यादव का दर्द एक बार फिर छलक पड़ा।