रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के ढाई दिन में खत्म हो जाने के बाद कांग्रेस की चल रही सियासत के बीच आज विधानसभा के अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल और संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर राजभवन पहुंचे. राजभवन पहुंचने के बाद उन्होंने राज्यपाल बलरामदास टंडन से मुलाकात कर सत्र खत्म किए जाने के हालातों की विस्तृत जानकारी दी. राज्यपाल को इस बात की भी जानकारी दी गई कि भारी हंगामें के बीच सदन चलाना संभव नहीं था, लिहाजा तय अवधि से पहले ही सत्र अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित करना पड़ गया. इधर कल सत्र खत्म हो जाने से नाराज कांग्रेस विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई थी. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बलरामदास टंडन से कहा था कि 1 अगस्त से 11 अगस्त तक चलने वाले सत्र को केवल इसलिए खत्म कर दिया गया, क्योंकि कांग्रेस के आरोपों का जवाब सरकार के पास नहीं था. सत्र खत्म कर सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है.
कांग्रेस विधायकों की मुलाकात के दूसरे दिन आज विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल और संसदीय कार्यमंत्री ने राज्यपाल से शिष्टाचार के तहत मुलाकात की. राज्यपाल से मुलाकात के बाद गौरीशंकर अग्रवाल ने लल्लूराम डाॅट काॅम से हुई खास बातचीत में कहा कि-
राज्यपाल संवैधानिक मुखिया हैं. विधानसभा सत्र जब भी शुरू और खत्म होता है, तो संवैधानिक प्रमुख होने के नाते उनसे शिष्टाचार के तहत मुलाकात की जाती है. राज्यपाल से मुलाकात के दौरान विधानसभा में कल हुए हालातों की जानकारी भी उन्हें दी है. इस मसले पर भी चर्चा की गई है.
सदन की कार्यवाही तय अवधि से पहले खत्म हो जाने के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि-
सदन का कोई कामकाज नहीं हो पा रहा था. पक्ष-विपक्ष के आपसी सामंजस्य से सदन चलता है. एक पक्ष नहीं चाहता तो सदन नहीं चल सकता. परिस्थितियां ऐसी बन गई थी. नेता प्रतिपक्ष को बुलाकर इस मामले में चर्चा करूंगा.