रायपुर। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन जैसे ही विधानसभा की कार्रवाई शुरु हुई, केशव चंद्रा ने चैतुरगढ़ के नल जल योजना में गड़बड़ी का मामला उठाया. मंत्री रामसेवक पैकरा ने स्वीकार किया कि गड़बड़ी हुई है. पुलिस जांच कर रही है। EE लेखापाल और सब इंजीनियर को दोषी पाया गया है. 19.60 लाख की जगह 28.71लाख रुपये खर्च करने का मामला है. स्पीकर ने रामसेवक पैकरा को फटकार लगाई. कहा जब दोषी पाए गए हैं तो कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. केशव चंद्रा को विधानसभा का औचित्य नहीं है कहने पर भी स्पीकर ने फटकार लगाई. मंत्री को स्पीकर ने कहा कि मंत्री को अपनी जवाबदेही से नही बचना चाहिए. स्पीकर ने मंत्री के गोलमोल जवाब पर लगातार कई बार फटकार लगाई.
उधर मंत्री के इस जवाब पर स्पीकर ने आपत्ति जताई उन्होंने कहा सदस्यों को इस प्रकार जवाब देना सही नहीं है. जब आपने एफआईआर दर्ज करने कहा है तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की. विभाग ने दोषी माना है तो कार्यवाई क्यों नहीं की आपने. स्पीकर ने कहा सदन में मंत्री यदि ऐसा जवाब देंगे तो सदन चलाना कठिन हो जाएगा.
स्पीकर ने दिया मंत्री को निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज कराए. स्पीकर ने कहा- “चार सालों में मैं पहली बार किसी मंत्री को निर्देश दे रहा हूँ इसके बाद भी आप बार-बार घुमा रहे हैं, पता नहीं मंत्री स्पष्ट जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं”