हेमंत शर्मा, रायपुर। नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी किये जाने का मामला सामने आया है। शातिर ठग ने अपर कलेक्टर के नाम से एक सरपंच को अपने झांसे में लेकर 23 लाख रुपये से ज्यादा का चूना लगा दिया।

ठगी का शिकार होने वाला सरपंच जशपुर जिले के फरसाबहार थाना क्षेत्र स्थित ग्राम सिकिरमा का रहने वाला है। सरपंच के मुताबिक अप्रैल में उसके मोबाइल में फोन आया और सामने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय अंबिकापुर के अपर कलेक्टर निर्मल तिग्गा के रुप में दिया। उसने कहा कि अंबिकापुर, बलरामपुर और जशपुर में डाटा एंट्री ऑपरेटर, क्लर्क, भृत्य एवं वाहन चालकों के पदों 1380 पर सीधी भर्ती करना है। सरपंच का कहना है कि अपना परिचय अपर कलेक्टर बताने पर उसकी बातों पर विश्वास करते हुए तकरीबन डेढ़ दर्जन रिश्तेदारों की नौकरी के लिए 25 लाख रुपयए में बात तय हुई।

आरोपी ने पैसा रायपुर में देने के लिए कहा औऱ रायपुर आने के लिए एक गाड़ी भी बुक करके दी। 14 जून को रायपुर पहुंचने पर उसके बताए हुए व्यक्ति को 9 लाख 20 हजार रुपये नगद और बहनों के दो एटीएम कार्ड पिन नंबर सहित उसके हवाले कर दिया।

कथित अपर कलेक्टर निर्मल तिग्गा ने पूरा पैसा देने पर 10 जुलाई को नियुक्ति पत्र देने के लिए कहा। दोनों एटीएम कार्ड से आरोपी ने 5,14,207 रुपये निकाल लिये। 7 जुलाई को आरोपी के कथित भतीजे को रायपुर में 9 लाख 31 हजार रुपये और दे दिया। पीड़ित सरपंच के मुताबिक आरोपी ने नियुक्ति पत्र मंत्रालय में देने के लिए कहा लेकिन वहां पहुंचने पर आरोपी नहीं आया। जिसके बाद उसका मोबाइल लगातार बंद आते रहजिसके बाद जब सरपंच को ठगी का एहसास हुआ तो उसने एसएसपी रायपुर को अपने साथ ठगी होने की लिखित शिकायत सौंपी। मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।

मामले में हमने अपर कलेक्टर निर्मल तिग्गा की तलाश की। निर्मल तिग्गा से संपर्क करने पर उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। जिस पर उन्होंने कहा कि मेरे नाम से अगर कोई कर रहा होगा तो मैं क्या बता सकता हूं। उसमें जो नंबर है वो मेरा नहीं है। देखते हैं अब उसमें क्या हो सकता है। क्या कर सकता हूं, मैं देखता हूं। जिस घटना दिनांक का जिक्र हो रहा है उस समय मैं तो नौकरी में भी नहीं था। रिटायर्ड हो चूका हूं।