रायपुर. प्रदेश के कई जिलों में डेंगू अपना पैर पसार चुका है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद दुर्ग जिले के डेंगू के मरीजों को फ्री इलाज दिया जा रहा है. इसके बावजूद भी डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच डेंगू को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि डेंगू महामारी नहीं है क्योंकि स्थिति नियंत्रण में है. अस्पतालों में बेड और असुविधा को देखते हुए मेडिकल कॉलेजों सहित प्राइवेट अस्पतालों को भी इलाज के निर्देश दिए गए है. उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सहयोग करें नहीं तो सरकार कार्रवाई करेगी. बता दें कि डेंगू से अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सिरों टाइप 3 डेंगू का असर पड़ रहा है. इसके मद्देनजर सर्वजनिक स्थानों में कूलर जैसी जगहों से पानी की सफाई की जा रही है. डेंगू के पीड़ित लोगों का तुरंत जांच कर इलाज करवाया जा रहा है. संजीवनी के नियमों को भी शिथिल कर इलाज किया जा रहा है. चंद्राकर ने आगे कहा कि अलग-अलग स्थानों में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी विभागों के कैम्प चल रहे है. जिसमें मरीजों की जांच की जा रही है.
प्रदेश के दुर्ग और भिलाई सहित जिलों के बासियों से अपील करते हुए कहा कि कहीं भी पानी जमा न होने दें, पूरे कपड़े पहने. साथ ही मीडिया से अपील करते हुए कहा कि जागरूकता बाली खबरों को प्रसारित कर लोगों को जागरूक करने का काम करें. आगे कहा कि डेंगू महामारी नहीं है सब कुछ नियंत्रण में है. पीड़ितों के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वो मरोजों का सहयोग करें यदि ऐसा नहीं हुआ और कहीं से शिकायत मिली तो सरकार उन अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
उन्होंने कहा कि VIP लोगों के दौरों से मरीज से लोगों का ध्यान हटता है. इसलिए मैं यहां बैठकर भी वहां के लिए काम कर रहा हूं. 102, 108, और स्वास्थ्य संयोजकों की हड़ताल पर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि उनकी वित्तीय मांगे है जल्द ही उनकी मांगों पर चर्चा होगी. सरकार करवाई कर रही है कर्मचारी धैर्य रखें. सरकार उनके साथ है सरकार ने सभी के लिए काम किया है, तो उनके हित में भी काम करेगी.