पटना. देशभर में SIR (Standardization of Indian Residents) के दूसरे चरण को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। जेडीयू (JDU) नेता राजीव रंजन प्रसाद ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पारदर्शी चुनाव प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि यह कदम केवल 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि हम 12 राज्यों में SIR आयोजित करने के निर्णय का स्वागत करते हैं। सही मतदाता सूची सुनिश्चित करने के लिए यह प्रक्रिया पूरे देश में आयोजित करना आवश्यक है, जो पारदर्शी चुनाव का आधार बनेगी।

उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ पार्टियां वोटर लिस्ट की शुद्धता को लेकर अनावश्यक भ्रम फैला रही हैं, जबकि SIR का उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना है कि केवल भारतीय नागरिक ही मतदाता सूची में शामिल हों।

महागठबंधन के घोषणापत्र पर भी कसा तंज

बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र आज जारी होने वाले महागठबंधन के संयुक्त घोषणापत्र पर टिप्पणी करते हुए जेडीयू नेता ने कहा कि जनता अब केवल “वादों की राजनीति” पर भरोसा नहीं करती। उन्होंने कहा कि लोग केवल घोषणाओं में नहीं, बल्कि ज़मीनी स्तर पर किए गए काम में विश्वास करते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार किए हैं, जबकि महागठबंधन के पास केवल “वादों और आरोपों की राजनीति” बची है।

वोट चोरी बिहार में नहीं चलेगी

विपक्षी दलों पर हमला करते हुए राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार में वोट चोरी कहीं नहीं देखी गई और उनका यह खेल किसी और राज्य में नहीं चलेगा। कांग्रेस, DMK, TMC, RJD और यहां तक कि बीजेपी के कुछ नेता भी पारदर्शी चुनावों का विरोध करते हैं, क्योंकि वे हमेशा चुनावों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए करते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि SIR प्रक्रिया को लेकर जो विपक्ष डर फैला रहा है, वह बेबुनियाद है, क्योंकि यह प्रक्रिया केवल नागरिकता की पुष्टि और मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए है, न कि किसी समुदाय या वर्ग के खिलाफ।

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