फीचर स्टोरी. 2021 का स्वतंत्रता दिवस छत्तीसगढ़वासियों के लिए इस बार बेहद ही खास रहा. विशेषकर उन क्षेत्रवासियों के लिए बेहद ही खास, जो कि दशकों से जिले की मांग को लेकर संघर्ष कर थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चार नए जिलों की घोषणा कर मांग पूरी कर दी. जिन चार नए जिलों के नामों का ऐलान किया गया उनमें- सारंगढ़-बिलाईगढ़, सक्ति, मोहला-मानपुर-चौकी और मनेन्द्रगढ़ शामिल हैं.
इस विशेष फीचर स्टोरी में आपको बताएंगे कि भूपेश सरकार की ओर से लिए गए इस निर्णय का फायदा किस तरह से नए जिले के लोगों को होगा. क्या कहते हैं क्षेत्रवासी ? लेकिन क्षेत्रवासियों का क्या कहना है वह आपको बताएं पहले सरकार की ओर से जो कहा गया उसे जा लीजिए.
दरअसल नए जिलों का निर्माण भूपेश सरकार की दूरगामी सोच का परिणाम है. सरकार को अगर अपनी योजनाओं को, सरकारी सुविधाओं, जनहितों को जमीनी स्तर सुलभ तरीके से पहुँचाना है तो इसके लिए उसे प्रशासन को जनता के नजदीक से नजदीक लेकर जाना होगा. प्रशासन जितना लोगों के पास होगा, विकास भी इलाकों उसी हिसाब से होगा. प्रशानिक काम-काज भी कसावट आएगी.
नये जिलों के बनने से इन इलाकों में विकास की नई श्रृंखला शुरू होगी. जिला मुख्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से निर्माण और सभी जिला स्तरीय कार्यालयों की स्थापना से लोगों को शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ सहजता से मिलने लगेगा. शासकीय काम-काज की मॉनिटरिंग में सुविधा होती है. इन चारों नये जिलों का गठन वास्तव में संबंधित क्षेत्र की जनता को बहुत बड़ी सौगात है.
सारंगढ़-बिलाईगढ़ नया जिला बनने से सारंगढ़ क्षेत्र की जनता को अब अपने काम-काज के लिए रायगढ़ तथा बिलाईगढ़, सरसींवा क्षेत्र के लोगों को बलौदाबाजार नही जाना पड़ेगा। गौरतलब है कि सारंगढ़ की दूरी रायगढ़ से लगभग 55 किलोमीटर और बिलाईगढ़, सरसींवा अंचल की दूरी बलौदाबाजार से तकरीबन 75-80 किलोमीटर है. बिलाईगढ़ और सरसींवा अंचल के आखरी छोर के गांव की जिला मुख्यालय से दूरी 100-125 किलोमीटर है. नया जिला बनने से लोगों को जिला मुख्यालय आना-जाना आसान होगा.
इसी तरह मोहला-मानपुर की दूरी जिला मुख्यालय राजनांदगांव से 100 किलोमीटर है। मानपुर का औंधी अंचल राजनांदगांव से 125 किलोमीटर दूर है। इस अंचल के लोगों को मानपुर-मोहला जिला बन जाने से प्रशासनिक कामकाज के लिए अब राजनांदगांव जाने की जरूरत नहीं होगी. कमोबेश इसी तरह की सुविधाएं सक्ती अंचल और मनेन्द्रगढ़ इलाके के लोगों को मिलेंगी। नये जिले के गठन से स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं और सुदृढ़ होंगी.
सारंगढ़-बिलाईगढ़
सारंगढ़ जिला निर्माण की खुशी अब तक की सबसे बड़ी खुशी है. आने वाले समय में शिक्षा हो या चिकित्सा, व्यापार जगत हो या फिर अन्य कोई क्षेत्र सबका विकास होगा. सारंगढ़वासियों को और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल तथा विधायक उत्तरी जांगड़े को चेंबर की ओर से कोटि-कोटि बधाई.
पवन अग्रवाल, अध्यक्ष, चेंबर ऑफ कॉमर्स
सारंगढ़ जिला बनने पर अत्यंत हर्ष हो रहा है. सारंगढ़ जिला निर्माण के हर संघर्ष में चाहे वह किसी भी पार्टी का हो हमेशा से अधिवक्ता संघ समर्थन देते आया था. इसमें क्षेत्र की विधायक और वह तमाम साथी जिन्होंने जिला बनाने में पुरजोर मांग रखी संघर्ष किया सभी बधाई के पात्र हैं.
विजय तिवारी, वरिष्ठ अधिवक्ता
सारंगढ़ जिला निर्माण की मांग 70 वर्ष की पुरानी मांग थी, जो कि अब जाकर भूपेश सरकार में पूरी हुई है. मैं कहूंगा यह मांग नहीं यह सारंगढ़ के आवाम का वाजिब हक था, जो पहले मिल जाना था. खैर अब जिले की मांग पूरी हो गई है, तो सारंगढ़ क्षेत्र में खुशी का माहौल है.
फकीरा यादव व्यायम शिक्षक, उलखर स्कूल
सारंगढ़ जिला बनना और इसे बनते देखना यह हम सब के लिए एक गौरवशाली पल है. कई पीढ़ियां इसका सपना सजाए बैठी थी. आज हमें यह ऐतिहासिक पल देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का हम सब जितना भी आभार व्यक्त करें वह कम होगा.
विकेश गुप्ता, युवा व्यापारी
सारंगढ़ जिला बनने से विकास के द्वार खुल गए हैं. सारंगढ़ विधायक और संघर्ष से जुड़े सभी साथियों को चिरकाल तक स्मरण किया जाएगा. कांग्रेस सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेकर इतिहास रचा है. मैं सीएम साहब, विधायक और तमाम संघर्षशील आवाम का आभार जताता हूं.
कैजार हुसैन, पत्रकार
यह क्षेत्र अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्र है. यह क्षेत्र स्वास्थ्य और शिक्षा के मामले में काफी पिछड़ा है. सारंगढ़-बिलाईगढ़ को जिला बनाए जाने का सीधा लाभ समाज के लोगों को मिलेगा. (डॉ. रमेश मनहर, कार्यकारी अध्यक्ष, प्रगतिशील सतनामी समाज)
सक्ती
जिला बनने से हर वर्ग को फायदा होगा चाहे वो मजदूर हो या व्यापारी हो सभी को लाभ मिलेगा,मजदूरों की बड़ी संख्या मालखरौदा ओर जैजैपुर क्षेत्र से पलायन करते थे. अब जिला बनने के बाद यहाँ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
सुभाष गर्ग, वरिष्ठ पत्रकार
सक्ति के जिला बनने से अब चारो ब्लॉक डभरा मालखरौदा, जैजैपुर ओर सक्ति के लोगो को इसका सीधा लाभ मिलेगा. क्षेत्र के विकास के लिए आने वाली राशि का डीएमएफ,सीएसआर मदों की राशि का उपयोग अब सक्ति ओर आस-पास के क्षेत्रों में होगा.
चितरंजय पटेल, वरिष्ठ अधिवक्ता हाईकोर्ट एवं समाजसेवी
जिला घोषणा होने के बाद चिकित्सकों में भी काफी खुशी है. अब सक्ति क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा. डभरा, मालखरोदा क्षेत्र के लोग अक्सर जांजगीर जिला अस्पताल जाया करते थे. अब उनके इलाज सक्ति में जिला अस्पताल बनने पर यहां हो जाएगा.
डॉ. राजेश अग्रवाल, शिशु रोग विशेषज्ञ
व्यापार की दृष्टि से भी यहां अब काफी विकास होगा प्रत्येक विभाग के कार्यालय यहाँ खुलेंगे उनके परिवार एवं शासकीय स्टाफ का निवास यहां होगा जिसके चलते सक्ती का व्यापार भी बढ़ेगा.
अमर अग्रवाल, होटल व्यवसायी
सक्ती में अधिकांश ट्रेन का स्टॉपेज है. जिला बनने के बाद ओर भी ट्रेनों की सुविधा पर ध्यान दिया जाएगा. सक्ती के आस पास कई तीर्थ स्थल है उनके विकास पर भी जोर दिया जाएगा. आने वाले समय मे सक्ती अपनी एक अलग पहचान बनाएगा.
मुकेश अग्रवाल, व्यापारी
मोहला-मानपुर-चौकी
नए जिले का गठन निसंदेह इस इलाके के विकास का आधार बनेगा. स्वास्थ्य व्यवस्था इस बीहड़ इलाके में चरमराई हुई थी. आमजनों को विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के रहवासियों को जरूरत के समय बेहतर इलाज के लिए जूझते देखा गया है. अब जबकि ये इलाका एक जिले के तौर पर उभरा है तो स्वास्थ्य संबंधी तमाम आवश्यकताओं की पूर्ति संभावित है. बेहतर होगा जिला अस्पताल मानपुर में स्थापित हो क्योंकि ये सबसे जरूरत मंद इलाका है.
नंदकिशोर सेन, मेडिकल व्यवसायी
मोहला-मानपुर-चौकी के जिला बनने से इलाके में विकास तेजी के साथ होगा. उम्मीद करते हैं लोगों ने जैसा सोचा है, विकास वैसा ही होगा. जिला मुख्यालय से लेकर अन्य कार्यालय भी क्षेत्रवासी जहाँ चाहते हैं वही होंगे. मैं मुख्यमंत्री का विशेष तौर आभार जताता हूँ, जिन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों को यह सौगात दी.
मुकेश माहेश्वरी, युवा इंजीनियर
मानपुर इलाका शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा इलाका है. शाला भवनों की कमी, शिक्षकों की कमी जैसी समस्याओं के चलते यहां के आदिवासी बच्चों का भविष्य संकट में रहा है. अब जिला बनने के बाद शिक्षा का स्तर यहाँ ऊपर उठेगा इसकी संभावना दिख रही है. (बाल सिंह आचला, ग्रामीण किसान)
आवागमन के क्षेत्र में ये दूरस्थ इलाका काफी दिक्कतें झेल रहा है. सड़कों का अभाव है. दूर का इलाका होने के कारण नए सड़कों के निर्माण जर्जर सड़को के सुधार में ध्यान नही दिया जाता था. अब जिला बन जाने से हर जरूरी मार्ग में सड़कों का निर्माण व सड़कों के सुधार की उम्मीद है.
जगत सिन्हा, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी
मनेन्द्रगढ़
एक पीढ़ी के बाद यह सपना साकार हुआ है. मैं इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस शहर के लोगों की भावनाओं को समझा और उसका वाजिब हक उसे दिया है. मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में शहर में इसका मुख्यालय बनाकर प्रदेश के मुखिया इस शहर को नई ऊर्जा देंगे.
रामानुज अग्रवाल पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष
15 अगस्त को मनेंद्रगढ़ शहर को नया जिला के रूप में घोषित किया गया तो लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था, क्योंकि इसके लिए लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी है. अब यह शहर भी विकास की ओर तेजी से बढ़ेगा. रोजगार के नए और ढेरों अवसर होंगे. मैं इसके लिए प्रदेश के मुखिया को धन्यवाद देता हूं.
रामचरित द्विवेदी, संयोजक, मनेंद्रगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति
मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने का सपना लगभग 40 साल पहले यहां के लोगों ने देखा था. वर्षों संघर्ष के बाद इस शहर को उसका हक मिला है .मैं इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने इस शहर के लोगों को उसका हक दिया. मुझे विश्वास है कि यह शहर आने वाले समय में प्रदेश में अपनी विकास बनाने में सफल होगा.
अरुण अग्रवाल, व्यापारी
जिले के मुद्दे को लेकर यहां के लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी है. 1983 में आंदोलन शुरू था. और तब से लगातार किसी न किसी रूप में आंदोलन लगातार जारी था. 15 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो सौगात मनेंद्रगढ़ के लोगों को दी है वह विकास की नई इबारत लिखेगा.
मनोज कक्कड़,अध्यक्ष, सिद्ध बाबा सेवा समिति
मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने का सपना लगभग 40 साल पहले यहां के लोगों ने देखा था.वर्षों संघर्ष के बाद इस शहर को उसका हक मिला है .मैं इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी को धन्यवाद देता हूं. मुझे विश्वास है कि यह शहर आने वाले समय में प्रदेश में अपनी विकास बनाने में सफल होगा.
डीआरयू, स्थानीय पार्षद