फीचर स्टोरी। जनपद पंचायत फरसाबहार अंतर्गत महात्मा गांधी नरेगा कई रूपों में लोगों का जिन्दगी बदल रहा है। जरूरत के समय रोजगार देने के साथ ही कृषि कार्यों में भी सिंचाई हेतु अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। ग्राम पंचायत सीमाबारी के कृषक नकुल साय के जीवन में मनरेगा ऐसे ही लाभ लेकर आया है।

कम बारिश की स्थिति में फसलों को बचाने में सहायक

कृषक नकुल साय ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा से उनका कुआं निर्माण कार्य वर्ष 2019-20 में कुल 2.10 लाख स्वीकृत हुआ था जिसमें 0.96 लाख मजदूरी तथा 1.14 लाख रुपए सामग्री का था। कुआं निर्माण से कुल 106 मानव दिवस का रोजगार प्राप्त हुआ।

खेत के किनारे बने कुआं निर्माण से उन्हें कम बारिश की स्थिति में भी फसलों को बचाने का साधन मिल गया है। वर्तमान में सामान्य से कम वर्षा होने के कारण भी आज उनकी फसल अच्छी स्थिति में है उन्होंने बताया कि मनरेगा से निर्मित कुएं में पर्याप्त रूप से पानी का भराव है।

साग-सब्जियों से प्राप्त कर रहे अतिरिक्त आय

नकुल साय ने बताया की वर्ष 2020-21 से उनका सिंचाई से संबंधित समस्या का समाधान हो गया है। उनका कुआं घर के नजदीक बाड़ी में होने के कारण वे विभिन्न साग-सब्जियों से अतिरिक्त आय प्राप्त कर रहे हैं।

बाड़ी में बंधा गोभी से 10 हजार, फूलगोभी से 10 हजार हरी मिर्च से 2 हजार, बैंगन से 5 हजार, टमाटर से 6 हजार बरबट्टी से 2 हजार, हरी भाजी से 2 हजार प्याज से 5 हजार एवं धान से अतिरिक्त 10 हजार का आमदनी प्राप्त हुई है।

प्रतिवर्ष हो रही आय में वृद्धि

इस तरह से वे प्रत्येक वर्ष अपनी आय में वृद्धि कर रहे हैं। उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा योजना की सराहना करते हुए कहा कि लोगों को योजना से विभिन्न प्रकार से लाभ लेते रहना चाहिए। कुआं निर्माण डबरी निर्माण, भूमि सुधार, मेढबंधान, पशु शेड आदि से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी एवं आय में वृद्धि होगी।

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