फीचर स्टोरी । दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा की पहचान कई रूपों में होती है. दुनिया भर में सबसे अच्छे लौह अयस्क, घने-खूबसूरत जंगल, बेहद प्राचीन पुरातात्विक स्थल, दंतेश्वरी माई का मंदिर, ढोलकल का गणेश…आदि. लेकिन इन पहचानों के बीच एक पहचान और भी वो है नक्सल. नक्सलवाद की अनेक बड़ी घटनाओं की वहज से भी दंतेवाड़ा की पहचान खौपनाक रूप में होती है. दशकों से इस पहचान के साथ दंतेवाड़ा विकासपथ पर अग्रसर है. हालांकि अब समय के साथ दंतेवाड़ा की चर्चा नक्सल घटनाओं पर कम, जिले में शुरू होने वाले और संचालित कई नवाचारों को लेकर ज्यादा है.

दरअसल छत्तीसगढ़ में 2018 नए बदलावों के साथ आई कांग्रेस की सरकार नई सोच के साथ काम कर रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का 3 साल का सफर चुनौतियों और उपलब्धियों के बीच नवाचारों का भी रहा है. भूपेश सरकार ने कई ऐसी योजनाएं बनाई जिसकी सफलता को लेकर ज्यादातर लोगों को संदेह रहा है. लेकिन शुरुआती कुछ महीनों में योजनाओं की चर्चा जब प्रदेश के बाहर देश में एक मॉडल के रूप में होने लगी तो लोगों को समझ में आ गया कि मौजूदा सरकार एक प्रयोगवादी और नई सोच वाली सरकार है. सुराजी से लेकर गोधन और किसान न्याय योजना से लेकर भूमिहीन न्याय योजना तक सरकार जनता के बीच अपनी छाप छोड़ती चली गई.

इन योजनाओं से जुड़ी ढेरों खबरें आपने पढ़ी होंगी. लेकिन जिन दो खबरों की बात यहाँ पर करने जा रहे है वह दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा में एक नए हब की शुरुआत होने की है. पर्यटन की अपार संभावनाओं से भरा दंतेवाड़ा भविष्य में एंडवेंचर स्पोर्ट्स लिए जाना जाएगा. क्योंकि इस दिशा में शुरुआत हो गई है. यही नहीं दंतेवाड़ा का डेनेक्सट गारमेंट के जरिए जो नई ब्रांड और बाजार खड़ा हुआ, उसी दिशा में एक और कदम स्थानीय प्रशासन डेनेक्स आरओ वॉटर के रूप में बढ़ा दिया है. इस रिपोर्ट में हम भूपेश सरकार की नई और दंतेवाड़ा से दो और अच्छी खबर में इसी पर विस्तार से जानकारी देंगे.

दंतेवाड़ा का इलाका खूबसूरत वादियों से घिरा है. हरे-भरे पहाड़, पहाड़ों से घिरते झरने, 3 हजार फीट की ऊँचाई पर ढोलकल गणेश की अद्भूत प्रतिमा. इस प्रतिमा को देखने पर्यटकों दुर्गम रास्तों से होकर गुजरना पड़ता, 3 हजार फीट की ऊँचाई पर चढ़ना पड़ता है. पर्यटन के इसी रोमांच में विस्तार सरकार करने जा रही है.

जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री भूपेश की मंशा के अनुरूप एडवेंचर स्पोर्टस को विकसित करना शुरू कर दिया है. डंकिनी नदी के तट पर एडवेंचर स्पोर्ट्स केंद्र तैयार किया जा रहा है. यहां साहसिक खेल और मनोरंजन की भरपूर गतिविधियां होंगी. जिला खनिज संस्थान न्यास निधि (डी.एम.एफ.) मद और वन विभाग की ओर से एडवेंचर पार्क की स्थापना की जा रही है.

जिला प्रशासन से दी गई जानकारी के मुताबिक एडवेंचर पार्क में संचालित होने वाली साहसिक खेल गतिविधियों और प्रशिक्षण से पर्यटकों तथा नागरिकों को अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने का महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा. यह पार्क दंतेवाड़ा जिले के पर्यटन विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी. इसके तहत सायकल जिप लाइन के निर्माण सहित सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है. इसके अलावा दंतेवाड़ा और इसके आसपास ढोलकल तथा सातधार आदि महत्वपूर्ण स्थानों तक पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है.

एंडवेंचर पार्क में होंगी ये सब सुविधाएं

एडवेंचर पार्क एक आधुनिक व्यायाम प्रक्रिया साधन है, जिसमें जिप लाइन, साइकिल जिप लाइन, किड एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे रस्सी द्वारा निर्मित पुल, हवा में ऊपर छलांग लगाने वाला कमरबंद झूला इत्यादि साहसिक खेल प्रदर्शन के माध्यम से नई विधियों और तकनीक शामिल है.

खेल प्रशिक्षकों एवं खेल वैज्ञानिकों द्वारा पार्क के माध्यम से नवीनतम और प्रभावी जानकारी कुशलता से प्रदान की जाएगी. साथ ही यह पर्यटन के क्षेत्र में पर्यटकों की रुचि का केन्द्र और दंतेवाड़ा जिले की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा.

वहीं ढोलकल में बस्तर तथा छत्तीसगढ़ की पारंपरिक शैली अनुसार पर्यटकों के रुकने की उत्तम व्यवस्था तथा पारंपरिक खान-पान से संबंधित गढ़कलेवा भी प्रारंभ किया जाएगा.

स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार

जिला प्रशासन के मुताबिक पर्यटन एडवेंचर पार्क से जहाँ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा. स्थानीय लोगों को पार्क की तमाम गतविधियों के संचालन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. गाइड से लेकर अन्य कार्यों के लिए स्थानीय युवाओं और महिलाओं को रखा जाएगा. वहीं स्थानीय खान-पान की जिम्मेदारी महिला समूहों की होगी. इसके साथ ही स्थानीय स्तर बाजार भी तैयार किया जाएगा. इससे दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों एक जगह पर बस्तर की लोक-कला और संस्कृति-परंपरा से संबंधित वस्तुएं मिल जाए.

डेनेक्स आरओ वॉटर कारोबार और रोजगार

दंतेवाड़ा का डेनेक्स अब भारत में एक ब्रांड बन चुका है. डेनेक्स के नाम की गारमेंट फैक्ट्री की पहचान देश भर में है. इस फैक्ट्री ने जिले के सैकड़ों लोगों को रोजगार दिया है. अब इसी कड़ी में एक और कदम जिला प्रशासन ने बढ़ा दिया है. यह कदम है डेनेक्स आरओ वॉटर का. दंतेवाड़ा का डेनेक्स आरओ वॉटर अब शुद्ध पेयजल का एक बड़ा नाम बनेगा.

इसलिए खास है डेनेक्स आरओ वॉटर

डेनेक्स ब्रांड से उपलब्ध होने वाले इस आरओ वाटर की खासियत होगी कि इसमें टीडीएस (Total dissolved solids) 110 पीपीएम होगा, जो सेहत के लिहाज से बेहतर माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक 110 पीपीएम के साथ टीडीएस वाले पानी का पीने के लिए उपयोग करने पर कई गंभीर बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है.

जिला प्रशासन के मुताबिक यह सिर्फ शुद्ध और सेहतमंद पेयजल का ही मामला नहीं, बल्कि इससे एक बड़ा रोजगार भी आ रहा है. आरओ वॉटर के इस कार्य से स्थानीय महिला स्व-सहायात समूहों को जोड़ा जा रहा है.

इस कड़ी में दंतेवाड़ा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत टेकनार के मां दंतेश्वरी गौ-संवर्धन केन्द्र में आरओ वाटर प्लांट की स्थापना की गई है. इस प्लांट का संचालन प्रगति एवं प्रयास संस्था द्वारा किया जा रहा है. भविष्य में आरओ वाटर प्लांट के संचालन के लिए स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. इस कदम से जहां महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ उनका आर्थिक सुदृढ़ीकरण होगा। वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि सुदूर अंचल दंतेवाड़ा में तैयार आरओ वाटर देश के विभिन्न हिस्सों तक अपनी पहुंच बनाएगा. लोकपर्व छेरछेरा पुन्नी के मौके पर 17 जनवरी को डेनेक्स आरओ वाटर के पहले रथ को जिला संयुक्त कार्यालय से रवाना किया गया था.