फीचर स्टोरी। बड़ सजे-धजे एक ठिन मोटर बस ह पारा-मोहल्ला-बस्ती-बस्ती घूमत हे. जिहाँ बस पहुँचत हे लोगन म अचरज ले घुर-घुर के देखत हे. नइ जानत हे तेन एक-दूसर ले इही पूछत हे…ये बता भाई ये बड़का बस हमर पारा म आय तेन ह का हरय ? ये ह आन बस मन सहि ले कुछ अलगे लागत हे.
हव बस ह ये आन बस मन ले बहुते अलग हे. ये दिखे म बस हे, फेर हरय अस्पताल. चलत-फिरत अस्पताल. एक अइसे अस्पताल जिहाँ अब महतारी-बहिनी मन अपन इलाज बिना कोनो बिना परेसानी के करा सकत हे. ये अस्पताल वाला बस सरकार सिरिफ दाई-दीदी मन बर ही सुरू करे हे. बस म डॉक्टरनिन दीदी मन रखे गे हे, जिखर कना महतारी-बेटी-बहिनी मन बिना डर-झिझक, लाज-सरम के अपन सबे किसम के बीमारी दिखा-बता सकत हे. अउ सबले सुग्घर बात ये हे कि येमा एक रुपिया खरचा करे जरूरत नइहे. मतलब सब मुफत म होही.
जी हाँ बिल्कुल मुफ्त में महिलाओं को अब अलग से चिकित्सा की घर पहुँच सेवा की शुरुआत भूपेश सरकार ने कर दी है. इस योजना को सरकार ने दाई-दीदी क्लीनिक का नाम दिया है. योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 19 नवंबर को इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर की. फिलहाल इस योजना को एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र के लिए किया गया है. योजना के तहत तीन स्पेशल दाई-दीदी क्लीनिक बस को तैयार किया गया है. बस में डॉक्टर दीदी के साथ पूरा नर्सिंग स्टॉप और अत्याधुनिक मशीने मौजूद है. यह एक मोबाइल वैन की तरह है.
मुख्यमंत्री ने ब्लड-प्रेशर की कराई जाँच
दाई-दीदी क्लीनिक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस को रवाना करने से पूर्व अपने ब्लड प्रेशर की जाँच कराई . उन्होंने चलित अपस्पताल में मौजूद सुविधाओं का अवलोकन किया और नर्सिंग स्टॉफ से पूरी जानकारी ली.
देश में इस तरह का पहला क्लीनिक
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि दाई-दीदी क्लीनिक देश में अपनी तरह का पहला क्लीनिक है, जहाँ केवल महिलाओं का इलाज किया जा रहा. वर्तमान में इसे रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर निगम क्षेत्र में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. आगे इसका विस्तार किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि संकोच के कारण महिलाएं अपनी बीमारी को खुलकर नहीं बता पाती हैं. इस कारण उनकी बीमारी का सही उपचार नहीं हो पाता. अब दाई-दीदी क्लीनिक में महिला चिकित्सक और महिला स्टाफ होने से वे निःसंकोच अपना समुचित इलाज करा सकेंगी. इसमें महिलाओं को निःशुल्क इलाज की सुविधा दी गई है. उन्हें अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. मुख्यमंत्री ने महिलाओं से इस क्लीनिक का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की अपील की है.
विशेष जाँच के साथ महिला एवं बच्चों संबंधी योजनाओं का भी लाभ
दाई-दीदी क्लीनिक में महिलाओं के प्राथमिक उपचार के साथ-साथ महिला चिकित्सक द्वारा स्तन कैंसर की जांच, हितग्राहियों को स्व स्तन जांच का प्रशिक्षण, गर्भवती महिलाओं की नियमित एवं विशेष जांच आदि की अतिरिक्त सुविधा होगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से शहरों में स्थित आंगनबाड़ी के निकट पूर्व निर्धारित दिवसों में यह क्लीनिक स्लम क्षेत्र में लगाया जाएगा. इस क्लीनिक के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं, बच्चों आदि के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न हितग्राहीमूलक परियोजना का लाभ भी प्रदान किया जाएगा.
अलग से जाँच कक्ष, पूरी तरह सुरक्षित
जनरल क्लीनिक में महिलाओं के लिए पृथक जांच कक्ष और काउंसलर नहीं होने से महिलाएं परिवार नियोजन के साधन, कॉपर-टी निवेशन, आपातकालीन पिल्स की उपलब्धता, गर्भनिरोधक गोलियां, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, परिवार नियोजन परामर्श, एसटीडी परामर्श में शर्म का अनुभव करती है. इस महिला क्लीनिक में डेडीकेटेड महिला स्टाफ होने से अब इस प्रकार के परामर्श निःसंकोच ले सकेंगी.