शिवम मिश्रा, रायपुर. टीकाकरण को बढ़ावा देने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश में सघन मिशन इन्द्र धनुष 2.0 अभियान की शुरआत की है. इस अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के अति दुर्गम क्षेत्र, पहुंच विहिन क्षेत्र एवं टीकाकरण की कम दर वाले 7 जिले सुकमा, दंतेवाडा, बस्तर, नारायणपुर, कोण्डागांव, कोरबा एवं महासमुंद में सघन मिशन इन्द्र धनुष 2.0 अभियान चलाया जा रहा है.

चार चरणों में चलने वाले इस अभियान के पहले चरण की शुरुआत 2 दिसंबर 2019 को हुई थी. प्रथम चरण के तहत टीकाकरण से वंचित बच्चों एवं गर्भवती माताओं के टीकाकरण करने प्रदेश के 7 जिलों में कुल 1337 विशेष टीकाकरण सत्रों का आयोजित किया गया. विशेष तौर पर जनजातीय क्षेत्रों, शहरी झुग्गी झोंपड़ी, ईट भट्टा, पहुंच विहिन एवं दुर्गम क्षेत्र में जा कर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कुल 3982 बच्चों को पोलियो, खसरा, रुबेला, रोटा वायरस, डिप्थीरिया, काली खांसी, टीबी, न्यूमोनिया, मेंदु ज्वर तथा मेनेन्जाइटिस जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिये टीके लगाये गये इसके बाद 1521 गर्भवती माताओं को टिटनेस (टीडी) का टीका लगाया गया.

इस अभियान का दूसरा चरण 6 जनवरी 2020 से शुरु हो रहा है. दूसरे चरण में भी उक्त 7 जिलों में टीकाकरण से वंचित 1667 बच्चों एवं 654 गर्भवती माताओं के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं.

इसके अलावा प्रदेश के शेष 20 जिलों में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा इसी समय अवधि में विशेष टीकाकरण सप्ताह का आयोजन किया गया है. जिसके तहत सम्बंधित जिलों में टीकाकरण से वंचित सभी बच्चों एवं गर्भवती माताओं का टीकाकरण किया जायेगा.

राज्य में सघन मिशन इन्द्रधनुष 2.0 तथा विशेष टीकाकरण सप्ताह के तीसरे चरण की शुरुआत 3 फरवरी 2020 तथा चौथे चरण की शुरुआत 2 मार्च 2020 से होंगी. सभी चरण की शुरुआत माह के प्रथम सोमवार को की जायेगी और इस अभियान के तहत सात दिन तक टीकाकरण किया जायेगा.

प्रदेश में 11 जानलेवा बीमारियों से रक्षित करने के लिये नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 0 से 5 साल की आयु के बच्चों का टीकाकरण किया जाता हैं. छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018-19 में पूर्ण टीकाकरण का कवरेज 92 प्रतिशत था. वर्ष 2018-19 में प्रदेश में लगभग 3.80 लाख टीकाकरण सत्र आयोजित कर 5.66 लाख से भी अधिक बच्चों का पूर्ण टीकाकरण किया गया.

एनएफएचएस-4 (2015-16) सर्वे के मुताबिक राज्य का संपूर्ण टीकाकरण कवरेज दर 76.4 प्रतिशत है जो की पडोशी राज्य मध्यप्रदेश (53.6%) , महाराष्ट्र (56.3%) , जारखंड (61.9%) , तेलंगाणा (68.1%) एवं आंध्रप्रदेश (65.3%) की तुलना में अधिक हैं. राज्य का एक भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे उस के लिये राज्य सरकार कटिबद्ध है. राज्य में सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओ में बच्चो एवं माताओ का निशुल्क टीकाकरण किया जाता हैं. टीकाकरण सम्बंधित अधिक जानकारी के लिये हितग्राही, नजदीकी एएनएम दीदी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या मितानीन का संपर्क कर सकते हैं.