रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के विकसित छत्तीसगढ़ की नीति को ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग नवाचार को बढ़ावा दे रहा है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में चिकित्सकों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। आज चिकित्सकों के दूसरे बैच का प्रशिक्षण पूरा हुआ। यह प्रशिक्षण सह कार्यशाला 3 जुलाई तक चलेगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए विषयों का चयन किया गया है। इस कार्यशाला में राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आयुष्मान आरोग्य मंदिर में नियमित चिकित्सा अधिकारियों का चयन किया गया है। अभी तक 80 चिकिसको का आवासीय प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया और आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं एवं मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने चिकित्सकों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए ये पहल की है। कार्यशाला में मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य , राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन, मलेरिया उन्मूलन विषयों के अलावा गर्भवती माताओं से शिशुओं में एचआईवी संक्रमण शून्य करने के लिए चयन किया है। वर्तमान में लाइफ़ स्टाइल से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं की रोकथाम, गैर संचारी रोग जैसे उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, कैंसर के दरों में नियंत्रण भी महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। चिकित्सकों को सक्षम बनाने एवं स्वास्थ्य अमलों को बेहतर वातावरण उपलब्ध कराने के साथ ही अस्पताल में गुणवत्ता पूर्ण जांच एवं उपचार की सुनिश्चित करने राष्ट्रीय मानकों के विषय पर भी सभी चिकित्सकों का क्षमता विकास किया जाना मुख्य उद्देश्य है। कार्यशाला में संचालनालय स्वास्थ्य के वरिष्ठ अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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