रायपुर. रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आज विधानसभा की ओर से मंत्रियों एवं विधायकों के सचिव और निज सहायकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विधानसभा अध्यक्ष के विशेष सचिव अरुण कुमार बिसेन ने सोशल मीडिया एवं टेक्नोलॉजी का विधानसभा और शासन में बेहतर उपयोग के संबंध में अपना संबोधन दिया. उन्होंने बताया कि कैसे टेक्नोलॉजी का उपयोग कर किसी सिस्टम को बेहतर बनाया जा सकता है. उन्होंने अपने 23 वर्ष के प्रशासनिक अनुभव को भी साझा किया. बिसेन ने बताया कि कैसे सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग कर मंत्रियों एवं विधायकों की इमेज बिल्ड की जा सकती है.

कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत एवं संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप उपस्थित रहे. इस अवसर पर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आप निज सचिव एवं निज सहायक प्रदेश के तीन करोड़ जनसंख्या में से सौ व्यक्ति हैं, जो इस प्रदेश के विकास में सहभागी हैं. हमने सरकार बनने के बाद पहले मंत्रियों और विधायकों काे प्रशिक्षण दिया और अब पीए और पीएस काे प्रशिक्षित किया जा रहा है. केंद्र और राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाए क्या है, ये सब जानकारी में होनी चाहिए, जिससे विधायक और मंत्री भी उनका लाभ ले सकते हैं.

विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा, पीएस और पीए जनप्रतिनिधि के साथ-साथ आम जानता से नेताओं के परफार्मेंस को बेहतर कर सकता है, ये उनकी जिम्मेदारी होती है. सारे विषय विधानसभा में बेहतर काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है. विधायक और मंत्री की छवि उसके पीए और पीएस द्वारा बनाई जाती है. उन्होंने कहा, विधायक को सक्रियता दिखाना चाहिए. उन्हें अपने क्षेत्र की एक एक जानकारी रहनी चाहिए. विधायक को अपनी प्राथमिकता तय कर लेनी चाहिए, वे छोटे-छोटे काम और बड़े बड़े निर्णय ले सकते हैं.

प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन तक कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए. पीए और पीएस का प्रशिक्षण इसीलिए भी होना चाहिए कि विधायक और मंत्री को अगर बर्बाद करना है तो वही लोग करेंगे और अगर आबाद करना है तो भी वही लोग करेंगे.
महंत ने कहा, इस बार 51 नए विधायक हैं. उनके सिर्फ कागज ले लेना और कागज को पीए को दे देना और चिट्ठी लिखाना, इससे सिर्फ काम नहीं चलता है. इनको हमारे साथी के रूप में काम करके हमारी अच्छाई और बुराई को बताना चाहिए, इसीलिए सभी विधायक और मंत्रियों के पीए और पीएस की ट्रेनिंग की आवश्यकता है. मंत्री, विधायक के बाद अब पीए और पीएस का प्रशिक्षण कराया जा रहा है.
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