special session of parliament in pahalgam attack पटना। JDU नेता राजीव रंजन प्रसाद ने PahalgamTerroristAttack को लेकर विपक्ष द्वारा विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग पर कहा, “NDA में सभी दलों की भागीदारी और आपसी विचार-विमर्श के बाद जो भी निर्णय लिया जाता है, JDU ने पहले भी हमेशा उनका समर्थन किया है और NDA नेतृत्व इस पर जो भी निर्णय लेगा, हम उसके साथ हैं। हमारा रुख स्पष्ट है, हम NDA में आपसी सहमति से लिए गए निर्णयों के लिए प्रतिबद्ध हैं और वे इस पर जो भी निर्णय लेंगे, हम उनके साथ हैं।

क्या होता है संसद का विशेष सत्र


बजट, मानसून और शीतकालीन सत्र के अलावा सरकार अगर कोई और सत्र बुलाती है तो उसे विशेष सत्र कहा जाता है। विशेष सत्र बुलाने की परिस्थिति में सरकार सदन के हर सदस्य को तारीख और जगह बताती है। बता दें कि भारतीय संविधान में संसद के विशेष सत्र शब्द का कोई जिक्र नहीं है। हालांकि, सरकारों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विशेष सत्र को अनुच्छेद 85(1) के प्रावधानों के अनुसार बुलाया जाता है। अनुच्छेद 85(1) के तहत बाकी सत्र भी बुलाए जाते हैं।

सरकार सही समय आने पर सही फैसला लेगी

पटना वहीं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने PahalgamTerroristAttack को लेकर विपक्ष द्वारा विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग पर कहा, “विपक्ष की अपनी मांग है, मुझे लगता है कि सरकार सही समय आने पर सही फैसला लेगी। मुझे लगता है कि कार्रवाई सख्त होनी चाहिए ताकि मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके। प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री तक लगातार बैठकें चल रही हैं। जिस तरह से पुलवामा के बाद आतंकियों को जवाब दिया गया, उसी दिशा में पहलगाम की घटना के बाद भी जवाब दिया जा सके इसके लिए सब प्रयासरत हैं।”