देहरादून. उत्तराखंड राज्य स्थापना के अवसर पर आयोजित रजत जयंती समारोह की कड़ी में धामी सरकार ने रजत जयंती के पहले 3 और 4 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है. इसे लेकर कार्यसूची जारी की गई है. जिसके मुताबिक पूर्वान्ह 11 बजे सदन की कार्रवाई शुरू होगी. जिसमें राष्ट्रपति के आगमन के बाद सबसे पहले राष्ट्रगान होगा.

राष्ट्रगान के बाद विधानसभा अध्यक्ष की ओर से स्वागत भाषण दिया जाएगा. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष, मुख्यमंत्री और राज्यपाल का उद्बोधन होगा. जिसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस विशेष सत्र को संबोधित करेंगी. इसके बाद राष्ट्रगान के साथ राष्ट्रपति सदन से रवाना होंगी. फिर स्पीकर द्वारा घोषणाएं की जाएंगी. इसके बाद राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के दृष्टिगत राज्य की प्रगति और भविष्य के ‘रोड मैप’ के सम्बन्ध में विशेष चर्चा होगी.

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बता दें कि विधानसभा के विशेष सत्र से पहले रूपरेखा को लेकर सीएम धामी ने रविवार को मुख्य सेवक सदन में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक के दौरान मंत्रीगणों और विधायकगणों के साथ महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया. मंत्रियों और विधायकों से बात करते हुए सीएम धामी ने कहा था रि रजत जयंती वर्ष के इस ऐतिहासिक सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अभिभाषण होना हम सभी के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है. उत्तराखंड राज्य निर्माण के 25 वर्षों की यह यात्रा राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप विकास और जनकल्याण के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ने को समर्पित रही है.