फ़ीचर स्टोरी. बेहताशा महंगाई ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है. महंगाई पर नियंत्रण नहीं होने से आज आम जनता त्रस्त और परेशान है. खान-पान से लेकर घर-मकान, राशन-पानी-बिजली सब क्षेत्रों में महंगाई तेजी बढ़ी है. ऊपर से पेट्रोल और डीज़ल के रोज़ बढ़ते दामों ने महंगाई का पारा और भी बढ़ा दिया है. केंद्र सरकार की ओर से महंगाई पर लगाम न लगा पाने का ख़ामियाजा आज गरीब-मध्यम वर्गीय परिवार को भुगतना पड़ रहा है. ऐसे में राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना से छत्तीसगढ़ के लोगों को बड़ी राहत मिली है.

भूपेश सरकार में इस योजना का नाम हाफ बिजली बिल. हाफ बिजली बिल की योजना का सीधा फायदा राज्य के लाखों परिवारों का हुआ और अब हो रहा है. राज्य सरकार की ओर से इस योजना के तहत अब 40 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को 2 हजार करोड़ से अधिक छूट दी गई है.

बेहताशा और नियंत्रण से बाहर इस महंगाई के दौर में हजारों करोड़ रुपये की बिजली माफ़ी से आम आदमी को एक बड़ी राहत मिलना लाज़िमी है. छत्तीसगढ़ के हर गांव, हर शहर में लोगों को इस योजना का सीधा लाभ मिल रहा है. पहले 1 माह का जो बिजली बिल 1000 से 1200 रुपए तक आता था, वह बिल अब उतनी ही बिजली की खपत के लिए 500 से 600 रुपए तक आ रहा है. इससे लोगों के बिजली पर होने वाले खर्च में कमी आई और वे बचत राशि का उपयोग अपनी दूसरी जरूरतों को पूरा करने में कर रहे हैं.

बिजली बिल हाफ करने का वादा कांग्रेस ने चुनावपूर्ण जनता से किया था. चुनाव में जीत के बाद सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 मार्च 2019 को ही इस वादे को पूरा कर दिया. पूरे प्रदेश भर में मार्च 2019 से हाफ बिजली बिल योजना लागू कर दी गई. योजना के तहत उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक की खफत में 50 प्रतिशत छूट प्रदान की गई.

योजना के क्रियान्वयन के लिए घरों में मीटर रीडिंग कर उपभोक्ताओं को बिजली बिल देने में उपयोग में लाई जा रही स्पॉट बिलिंग मशीन के सॉफ्टवेयर को हाफ बिजली बिल योजना के अनुसार अपडेट किया गया है. मशीन 400 यूनिट तक बिजली की हर खपत के लिए स्वचालित रूप से 50 प्रतिशत छूट के साथ बिजली बिल जनरेट करती है.

वहीं राज्य सरकार द्वारा हाफ बिजली बिल योजना के अलावा एकल बत्ती कनेक्शन योजना में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को हर माह 30 यूनिट बिजली निःशुल्क दी जा रही है. लगभग 18 लाख बिजली उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है.

सरकारी आँकड़ों के मुताबिक पिछले तीन वर्षों में प्रदेश में 2 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता बढ़े हैं. जबकि प्रदेश के 40 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को उनके बिजली बिल में 2145 करोड़ रुपए की बड़ी छूट मिली है.

हाफ बिजली बिल, जनता के जीतिस दिल

भूपेश सरकार की हाफ बिजली बिल योजना ने महंगाई के दौर में बड़ी राहत देकर जनता का दिल जीत ली है. जनता दिल खोलकर इस योजना की प्रशंसा करते हैं. प्रदेश में इस योजना का लाभ हर वर्ग को मिला है और मिल रहा है.

बलौदाबाजार जिले के बगबुड़ा निवासी गोलू साहू का कहना है कि हाफ बिजली बिल योजना से सच में बहुत राहत मिली है. पहले एक पंखा-कुलर चलाने के बारे में भी सोचना पड़ता था. लेकिन अब बिजली हाफ होने से गाँव के लोग भी एसी चलाने के बारे में सोचने लगे हैं. भीषण गर्मी के बीच आज एसी की जरूरत पड़ने लगी है. लेकिन पहले इस बात से डरते थे कि एसी तो लगवा लेंगे, पर बिजली बिल अधिक देना पड़ेगा. यह चिंता हाफ बिजली के साथ दूर हुई है.

रायपुर जिला के दादरझोरी निवासी दानीराम साहू भी हाफ बिजली बिल पर बात करते हुए खुश हो जाते हैं. दानीराम बताते हैं कि इस योजना से बड़ा लाभ हम जैसे गरीब-मध्यमवर्गीय परिवार को हुआ है. हाफ बिजली बिल का लाभ मिलने के बाद अब असानी घर में सब्जी-बारी के लिए बिजली-पानी की व्यवस्था हो जाती है. कम बिजली बिल आने से खर्चों में बचत हुई है.

महासमुंद के अनिल चौधरी इस योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री बघेल को धन्यवाद देते हुए कहते हैं. वो कहते हैं कि पहले जो बिजली बिल 1000 से 1200 रुपए आता था, वह सिमट कर 500 से 700 रूपए रह गया है. इससे सीधा 5 सौ से 6 सौ रुपये तक की बचत महीने में हो रही है. महंगाई के दौर में यह छोटी बचत भी बहुत बड़ी है.

रायपुर के चंगोराभांठा निवासी मुनिया देवांगन कहती हैं कि, “हमर घर म पहिली अड़बड़ बिजली बिल आवत रहिस. बिजली बारे म सोचे ल परत रहिस. घर म फिरीज अउ कूलर चलाय के बेरा म सोचन. फेर सरकार बिजली बिल ल हाफ करके हमन ल ये चिंता मुक्त कर दिन हे. हमर घर म हर महीना बिजली बिल म 3 सौ ले 4 सौ रुपये तक के बचत हो जथे.”

जांजगीर के डभरा निवासी कुमकुम बताती हैं कि, “हमर घर म बिजली बिल हाफ योजना से सुरू के पहिली हजार-डेढ़ हजार रुपये तक बिल आवत रहिस. काबर के हमर बिजली खफत घलोक जियादा रहिस. फेर अब 400 यूनिट तक छूट मिले ले अब बिजली बिल आठ सौ, हजार रुपये तक ही आथे. सिरतोन म येखर बड़ फायदा होय.”

रायपुर के ही सीनू और राकेश भी सरकार को हाफ बिजली बिल योजना के लिए धन्याद देते हैं. दोनों का मानना है कि इस योजना का बेहतर से बेहतर क्रियान्वयन हुआ है. हमारे घर में भी पहले हजार रुपये तक बिल आता था, लेकिन अब ठीक आधा ही आ रहा है. सरकार को इस योजना को इसी से संचालित करते रहना चाहिए.