मनोज यादव, कोरबा। सावन महीने में भगवान शिवजी की पूजा का विशेष महत्व होता है. लोग हर सोमवार को शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग, दूध, शहद और जल अर्पित कर अपनी मनोकामना पूरी होने की कामना करते हैं. कोरबा जिले के वनांचल क्षेत्र पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के ग्राम छिंदिया में सावन महीने में पूरे गांव के पुरुष और महिलाएं गांव में बने शिवालय में अपने घरों से पैदल निकलकर गाना गाते बजाते पहुंचतें हैं और महिलाओं के सिर के बाल खुले रहतें हैं. हांथों में जल भरे हुए कलश लेकर अपने घरों से निकलकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने जाते हैं.

कोरबा जिले में मानसून की सक्रियता भले ही समय पर हुई हो, लेकिन उसके बाद से बारिश अता-पता नहीं है. नदियों और जलाशयों में पानी नहीं है. खेत भी सूखने के कगार पर हैं. सावन खत्म होने की ओर है लेकिन फिर भी गर्मी जैसे हालात बने हुए हैं. बारिश नहीं होने से किसानों के सामने समस्याएं हैं. ग्रामीणों को ऐसे में पुरानी मान्यताओं सहारा लेना पड़ रहा है.

बारिश के देवता को मनाने करते हैं जलाभिषेक

मान्यता के मुताबिक पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के छिंदिया गांव में नाराज बारिश के देवता को मनाने के लिए लोगों ने कवायद की. ढोल नगाड़े और मांदर के साथ लोग विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए. यह सभी लोग देवों के देव महादेव का स्मरण करते हुए चल रहे थे. महिलाएं खुले बाल में थीं. उनके हाथों में जलपात्र थे. गांव के एक स्थान पर स्थित शिवालय में इन लोगों ने भरपूर बारिश के लिए भगवान का जलाभिषेक किया। लोगों का विश्वास है कि इस पद्धति पर काम करने से अच्छी बारिश होगी.

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