भुवनेश्वर. 2024 के आम चुनाव से पहले अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पुरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर चौंका सकते हैं. चूंकि पटनायक ने पिछले चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ा था, इसलिए कुछ राजनीतिक विश्लेषकों की राय है कि वह उसी फॉर्मूले का पालन कर सकते हैं और पुरी से एक सीट के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि हिंजिली से वे हर बार चुनाव लड़ते आए हैं.

सीएम पटनायक के फोकस में है पुरी

श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना (एसएमपीपी) के क्रियान्वयन के बाद, कई राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पुरी पटनायक के फोकस में है. इससे पहले 2019 के चुनाव में मुख्यमंत्री ने गंजाम जिले के हिंजिली और बरगढ़ जिले के बीजेपुर से चुनाव लड़ा था. जानकारों के मुताबिक, पटनायक आगामी चुनाव में हिंजिली के अलावा पुरी को भी चुन सकते हैं. फिलहाल श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट पर काम युद्ध स्तर पर चल रहा है और इसके दिसंबर में पूरा होने की उम्मीद है. पुरी में कई अन्य ढांचागत कार्य भी प्रगति पर हैं. यहां तक कि राज्य सरकार ने पुरी में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की भी योजना बनाई है, जिसके लिए पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा की है.

इस संबंध में बीजद नेता और श्रीमंदिर के वरिष्ठ दैतापति सेवक रामकृष्ण दास महापात्र के बयान ने चर्चा को हवा दे दी है. महापात्र के अनुसार, अगर पटनायक “जगन्नाथ धाम’ से चुनाव लड़ना चाहेंगे हैं तो पार्टी लाइन के सभी लोग उनका समर्थन करेंगे. महापात्र ने कहा, अगर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पुरी से उम्मीदवार बनते हैं तो पुरी निवासियों को गर्व होगा. निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी लाइन से परे जाकर भी लोग उनका समर्थन करेंगे. परिणामस्वरूप, शहर में कई और विकासात्मक गतिविधियां होंगी.

पुरी हमेशा बीजेडी के फोकस में रहा है. सत्ताधारी पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर शहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसके अलावा पुरी में लोक सेवा भवन के बाहर भी कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया है. इसके अलावा राज्य में किसानों के लिए सबसे बड़ी योजना- कालिया योजना भी 2019 चुनाव से पहले पुरी से शुरू की गई थी. इन सभी घटनाक्रमों को ध्यान में रखते हुए पटनायक के लिए पुरी से चुनाव लड़ने के पुरे संभावना है.

भाजपा से होगी कड़ी टक्कर

हालांकि, पुरी में बीजेपी का संगठनात्मक ढांचा मजबूत हुआ है. पिछले चुनाव में भाजपा ने पुरी और ब्रह्मगिरी सीट पर जीत हासिल की थी. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी पुरी लोकसभा क्षेत्र में बीजेडी उम्मीदवार पिनाकी मिश्रा को कड़ी टक्कर दी थी. संबित नियमित रूप से अपने निर्वाचन क्षेत्र में सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ अपना जनसंपर्क बढ़ा रहे हैं. कई राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार पुरी में भाजपा की प्रगति को रोकने के लिए बीजद नवीन कार्ड खेल सकता है. इसके अलावा नवीन किसी धार्मिक महत्व वाले क्षेत्र से चुनाव लड़कर अपनी छवि को और मजबूत करने की कोशिश कर सकते हैं.

भाजपा के खिलाफ बीजद की रणनीति

वरिष्ठ पत्रकार प्रसन्न मोहांती ने इस पर कहा, यह पुरी में भाजपा की प्रगति को रोकने के लिए बीजद की एक रणनीति प्रतीत होती है. सरकार ने शहर में कई विकासात्मक गतिविधियां शुरू की हैं और वे इसे भुनाने की कोशिश करेंगे.

पुरी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं मोदी

इस बीच, पुरी विधायक और भाजपा नेता, जयंत षडंगी ने संकेत दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुरी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं. षडंगी ने कहा, अगर नवीन पटनायक पुरी से चुनाव लड़ते हैं, तो हमें कोई चिंता नहीं है. पुरी के लोग स्वाभिमानी और बहुत चतुर हैं. वे कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति को विधायक नहीं चुनना चाहेंगे जिसे वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं पाएंगे. हम यह भी सुन रहे हैं कि पीएम मोदी पुरी लोकसभा क्षेत्र से 2024 का चुनाव लड़ सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो मोदी की लहर हर चीज पर हावी हो जाएगा.