नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान एमएस धोनी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लिए एक साल हो गया. धोनी ने 15 अगस्त 2020 को सोशल मीडिया में अपने सन्यास की घोषणा की थी. इसी तरह धोनी ने जब टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लिया था, तब सभी हैरान रह गए थे. उन्हें फेयरवेल मैच नहीं मिला. इससे फैंस को काफी निराशा हाथ लगी थी.

सन्यास के समय पूर्व खिलाड़ियों का मानना था कि धोनी के योगदान को देखते हुए फेयरवेल मैच दिया जाना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उनके फेयरवेल मैच को लेकर भारत के पूर्व सिलेक्टर सरनदीप सिंह ने कारण बताया है कि आखिर क्यों उन्हें विदाई मैच खेलने का मौका नहीं मिला.

‘न्यूज नेशन’ के मुताबिक, सरनदीप ने कहा कि, ‘पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 विश्व कप टलने की वजह से धोनी को फेयरवेल नहीं मिल पाया. जैसे ही यह टूर्नामेंट कोरोना वायरस की वजह से टला, वैसे ही उन्होंने संन्यास ले लिया. अगर पिछले साल वर्ल्ड कप खेला जाता तो धोनी उसमें निश्चित तौर पर खेलते और उनका फेयरवेल मैच भी हो जाता.’

एमएस धोनी टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक है. वे दुनिया के इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को तीन आईसीसी ट्रॉफी दिलाई हैं. धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है. इसके अलावा उन्होंने अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को भी तीन बार आईपीएल चैम्पियन बनाया है. धोनी अभी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान है.

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