नई दिल्ली- एशियन गेम्स में भारत को दो सिल्वर मेडल दिलाने वाली 23 वर्षीय एथलीट दुती चंद ने स्वीकार किया है कि वह समलैंगिक है. भारत की सबसे तेज धावक दुती चंद ने बताया कि उनका बीते कुछ सालों से अपने गृहनगर के लड़की से संबंध है. इस खुलासे के बाद दुती चंद भारत की ऐसी एकलौती खिलाड़ी बन गई है जो समलैंगिक है. लेकिन उन्होंने अपने पार्टनर का पहचान उजागर नहीं किया. उनका कहना है कि वे नहीं चाहतीं कि फिजूल में उनकी पार्टनर लोगों की नजरों में बनें. जिससे उसे परेशानी का सामना करना पड़े.
दुती चंद ने अपने रिश्तों को कबूल करते हुए बताया कि मुझे कोई ऐसा साथी मिल गया है जो मुझे जान से भी प्यारा है. मुझे लगता है कि हर किसी को रिश्तों की आजादी होनी चाहिए कि वह किसके साथ रहना चाहता है. टोक्यो ओलंपिक की तैयारी में व्यस्त दुती चंद ने कहा कि मेरा फोकस वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक पर है. लेकिन मैं भविष्य में उसके साथ घर बसाना चाहती हूं.
दुती चंद ने बताया कि मैंने हमेशा उन लोगों के अधिकारों की पैरवी की है जो समलैंगिक रिश्तों में रहना चाहते हैं. यह किसी व्यक्ति विशेष की इच्छा है. इसके साथ ही एलजीबीटी समुदाय के अधिकारों के लिए आवाज उठाई है जब देश में पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए आईपीसी की धारा 377 को समलैंगिक संबंध को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया था.
बता दें कि ओडिशा की रहने वाली दुती 2018 के एशियन गेम्स में दो सिल्वर मेडल जीती थीं. वे 100 और 200 मीटर दौड़ के फाइनल में दूसरे स्थान पर काबिज हुई थी.
बहन ने दी घर से निकालने की धमकी
सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक संबंध को अपराध के दायरे से बाहर तो कर दिया लेकिन इन जोड़ों को शादी करने का अधिकार नहीं दिया है. दुती ने कहा कि मेरी बडी बहन का घर में दबदबा है. उसने मेरे बड़े भाई को घर से भगा दिया है, क्योंकि उसे उसकी पत्नी पसंद नहीं थी. उसने धमकी दी है कि मुझे भी घर भगा देगी. शादी करने पर जेल भेजने की धमकी तक दी है. मेरा कहना है कि मैं भी वयस्क हूं, मेरी भी निजी स्वतंत्रता है. इस वजह से मैंने इस रिश्ते को सार्वजनिक करने का फैसला लिया.