रबी सीजन चल रहा है. मौसम में हो रहे बदलाव के कारण जब तक फसल पूरी तरह पक नहीं जाती या कट नहीं जाती है, तब तक कीट, बीमारियों का प्रकोप आता ही रहा है. ऐसे में किसान दवाइयों का छिड़काव कर बीमारियों से मुक्ति के लिए समय पर दवा का छिड़काव जरूरी है.

किसानों ने आधुनिक खेती-किसानी के साथ नए-नए औंजारों का भी इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इस गन की खासियत यह है कि यह कम दवा और कम पानी का इस्तेमाल करते हुए छिड़काव आठ मीटर की ऊंचाई और 10 मीटर की दूरी तक कर सकती है. किसानों को आर्थिक रूप से फायदा दिलाने के लिए राज्य सरकार अनुदान भी दे रही है. Read More – Cheapest e-Car : जानें भारत की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार PMV EaS-E की खूबियां और कब मिलेगी डिलीवरी …

सामान्य तौर पर फसलों पर कीट तथा बीमारियों का प्रकोप होता है. कभी-कभी इन बीमारियों के कारण फसल नष्ट हो जाती है. इसके अलावा पौधों की बढ़वार को खरपतवार से भी नुकसान होता है. कीट, बीमारियों एवं खरपतवार की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रकार की दवाइयों का प्रयोग किया जाता है. ये दवाइयां पौध संरक्षण यंत्र जिन्हें स्प्रेयर तथा डस्टर के नाम से जानते हैं, के माध्यम से फसलों पर छिड़काव किया जाता है. Read More – नए साल से पहले विमान कंपनियों ने किराया दोगुना बढ़ाया…

इस गन के प्रेशर के कारण छोटी-छोटी बूंदें बन जाती हैं. ऐसा लगता है जैसे धुंध हो. इसका इस्तेमाल कर 8 मीटर ऊंचाई तक स्प्रे कर सकते हैं. कम से कम 10 मीटर की दूरी तक स्प्रे कर सकते हैं. इसमें एक सामन दवा का छिड़काव खेत की फसलों पर होता है.