लखनऊ. स्टांप और पंजीयन विभाग ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. बिना बताए विदेश जाने पर डीआईजी स्टांप राम अकबाल सिंह को आगरा से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया है. जांच लेकर बैठने और रिपोर्ट न देने पर अपर महानिरीक्षक को भी पद से हटा दिया गया है. वहीं भ्रष्टाचार के आरोप में सहायक महानिरीक्षक सुनीता बाजपेयी के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.

जानकारी के मुताबिक राम अकबाल सिंह के खिलाफ अनियमितताओं के मामले की भी जांच चल रही थी. जांच प्रभावित ना हो सके इसके लिए राम अकबाल सिंह को प्रयागराज मुख्यालय अटैच कर दिया गया है. प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने उन्हें भी मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया.

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बताया जा रहा है कि राम अकबाल पर लगे आरोपों की जांच की जिम्मेदारी अपर महानिरीक्षक निबंधन मुनीन्द्र सक्सेना को दी गई थी. लेकिन जांच दबाए रहने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी. इसे देखते हुए प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने उन्हें भी मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया.

इधर श्रावस्ती की सहायक महानिरीक्षक निबंधन और सहायक आयुक्त स्टाम्प सुनीता बाजपेयी पर भाजपा विधायक राम फेरन पांडेय ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद सुनीता बाजपेयी को भी प्रयागराज मुख्यालय से अटैच कर लखनऊ कैम्प कार्यालय स्थित उप महानिरीक्षक निबंधन को जांच के निर्देश दिए गए हैं.

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